#2 अजिंक्य रहाणे को आखिर मौका देने के लिए
हालिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका दौरा कुछ सीनियर खिलाड़ियों के लिए खुद की जगह बचाने का एक आखिरी मौका है, और उनमें एक नाम अजिंक्य रहाणे का भी है। रहाणे का फॉर्म इस साल बहुत ही खराब रहा है और इसी वजह से उन्हें अपनी टेस्ट उपकप्तानी भी गंवानी पड़ी है। इस साल रहाणे के प्रदर्शन की बात करें तो वो 12 टेस्ट की 21 पारियों में महज 19.57 के मामूली औसत के साथ 411 रन ही बना सके और उनका आखिरी शतक 2020 में आया था।
चयनकर्ताओं ने आखिरी मौका देने के लिए इस अनुभवी बल्लेबाज को चुना है। ऐसे में पूरी उम्मीद है कि पहले टेस्ट में श्रेयस अय्यर की बजाय अजिंक्य रहाणे को खिलाया जाए।
#3 हनुमा विहारी का दावा ज्यादा मजबूत है
हनुमा विहारी ने आखिरी बार भारत के लिए साल की शुरुआत में खेला था। उस दौरान उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के तीसरे मैच की चौथी पारी में चोटिल होने के बावजूद घंटों तक डटकर ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का सामना किया और 161 गेंदों में 23 रन बनाकर भारत के लिए मैच बचाया था। चोट के बाद विहारी ने काउंटी क्रिकेट तथा इंडिया ए के लिए खेला लेकिन उन्हें भारत के लिए दोबारा खेलने का मौका नहीं मिला है।
इंडिया ए के साथ उन्होंने हाल ही में दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कई अर्धशतकीय पारियां खेली और अपना दावा मजबूत किया। ऐसे में टीम इंडिया शायद अपने इस भरोसेमंद बल्लेबाज को पहले मौका दे और अय्यर को ना चुने।