भारतीय बल्लेबाजी के लिए पिछले काफी समय से मध्यक्रम में बल्लेबाजों के एक के बाद एक आउट हो जाने की समस्या रही है और कुछ ऐसा ही हमें सेंचुरियन टेस्ट (IND vs SA) में भी देखने को मिला था। हालांकि इस समस्या को लेकर पूर्व भारतीय खिलाड़ी आकाश चोपड़ा ने अपने विचार व्यक्त किये हैं और उनका मानना है कि टीम इंडिया की इस समस्या को दूर करने के लिए ज्यादा कुछ नहीं किया जा सकता है जब तक कि मुख्य बल्लेबाज फॉर्म में ना आ जाएं या अन्य खिलाड़ियों के लिए जगह बनाई जाए।
भारतीय टीम को हाल ही में टेस्ट क्रिकेट में बार-बार बल्लेबाजी करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। हालांकि उन्होंने हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन टेस्ट जीता था, लेकिन इस मैच में भी पहली पारी में अच्छी स्थिति में होने के बावजूद टीम बड़ा स्कोर नहीं बना पाई।
अपने यूट्यूब चैनल पर सवाल-जवाब के दौरान, एक फैन ने उनसे भारतीय मध्यक्रम के ढह जाने की समस्या के बारे में पूछा। इसका जवाब देते हुए, उन्होंने कहा,
देखिये, यह कोई तकनीकी समस्या नहीं है। अगर आपका नंबर 3, 4 और 5 अच्छी फॉर्म में नहीं है तो आप क्या कर सकते हैं? आप कुछ नहीं कर सकते। नंबर 6 पर ऋषभ पंत, उसने भी इंग्लैंड दौरे के बाद से बहुत अधिक रन नहीं बनाए हैं।
चोपड़ा ने आगे कहा कि अगर चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे अपना खराब प्रदर्शन जारी रखते हैं तो भारत इस समस्या से बाहर नहीं निकल सकता। अपनी बात को समझाते हुए उन्होंने कहा,
लगातार विकेटों का पतन तो होना ही है। यह अनिवार्य है यदि चार निरंतर बल्लेबाज - नंबर 3 से नंबर 6 - के पास फॉर्म नहीं है; वे नियमित रूप से रन नहीं बना रहे हैं। 2021 में नंबर 3 से नंबर 5 में से किसी का भी औसत 30 नहीं है। अगर आंकड़े इस तरह हैं, तो पतन अनिवार्य है।
पुजारा, कोहली और रहाणे का 2021 में टेस्ट में क्रमश: 28.08, 28.21 और 20.82 का औसत रहा। यहां तक कि 2021 में शानदार शुरुआत करने वाले ऋषभ पंत का भी पिछले छह टेस्ट में सिर्फ 21.18 का औसत रहा है।
या तो उन्हें रन बनाने होंगे, या आपको नंबर 3, 4 और 5 दूसरों को खिलाना होगा - आकाश चोपड़ा
आकाश चोपड़ा ने कहा कि अगर अनुभवी बल्लेबाजी तिकड़ी अच्छा प्रदर्शन नहीं करती है तो कुछ कठोर कदम उठाने पड़ सकते हैं। उन्होंने कहा,
अगर आप लगातार इन तीनों को खिलाते रहेंगे फिर या तो उन्हें रन बनाने होंगे या फिर आपको किसी और को नंबर 3, 4 और 5 खिलाना होगा, या फिर आपको बीच में किसी को बदलना होगा।
आकाश चोपड़ा ने अंत में कहा कि इस समस्या तुरंत को समाधान है। अपनी बात को समाप्त करते हुए पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा,
यदि आप एक ही गलती को दोहराते रहते हैं और एक अलग परिणाम की उम्मीद करते हैं, तो आम तौर पर ऐसा नहीं होता है। तो यह थोड़ा सा मुद्दा है। ईमानदारी से कहूं तो कोई निश्चित समाधान नहीं है; कोई बैंड-एड नहीं है जिसे लगाया जा सकता है।