पूर्व क्रिकेटर एवं कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने कहा कि वह इस समय हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) नहीं बनना चाहते। चोपड़ा ने वर्तमान समय में विहारी के साथ हो रहे बर्ताव को देखते हुए, यह बयान दिया है।
हनुमा विहारी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट में रविचंद्रन अश्विन के साथ साझेदारी करके मैच को बचाया था। इसके बावजूद उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में मौका नहीं मिला और साथ ही साथ उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में खेले गए पहले टेस्ट में भी टीम में जगह नहीं दी गई।
अपने यूट्यूब चैनल पर शेयर किए गए एक वीडियो के सवाल-जवाब सेशन में आकाश चोपड़ा से पूछा गया कि इस वक्त हनुमा विहारी जैसे खिलाड़ी के दिमाग में क्या चल रहा होगा। इस पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा,
वो दुखी होंगे। ईमानदारी से कहूं तो मैं अभी हनुमा विहारी नहीं बनना चाहता क्योंकि आप मुझे घर पर मैच नहीं खिलाते हैं। पिछली बार जब मैं भारत के लिए खेला था, तो मुझे हैमस्ट्रिंग इंजरी हुई थी, लेकिन इसके बावजूद मैनें सिडनी में बल्लेबाजी की और भारत के लिए मैच बचाया।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने हनुमा विहारी के साथ किए जा रहे अनुचित व्यवहार पर बात करते हुए कहा,
उसके बाद, जब घर पर मैच होते हैं, तो आप मुझे नहीं खिलाते हैं। आप घर पर किसी और को मौका देते हैं और मुझसे कहते हैं कि दक्षिण अफ्रीका जाकर तैयार हो जाओ और वे मुझे वहां खेलने को कहते हैं। मैं दक्षिण अफ्रीका जाता हूं और तैयार भी होता हूँ, रन भी बनाता हूँ, लेकिन फिर भी आप मुझे मौका नहीं देते हैं। अगर आप मुझे नहीं खिलाना चाहते, तो फिर मेरे साथ क्या कर रहे हैं?
हम महसूस नहीं कर सकते कि हनुमा विहारी के दिमाग में क्या चल रहा होगा" - आकाश चोपड़ा
आकाश चोपड़ा ने कहा कि यह समझना मुश्किल है कि हनुमा विहारी के दिमाग में क्या चल रहा होगा। उन्होंने आगे कहा,
उसे दुखी होने का पूरा अधिकार है। मुझे यकीन है कि राहुल द्रविड़ ने उनसे बात की होगी, कोहली ने भी उनसे बात की होगी और उन्हें समझाया होगा। समझाना ठीक है लेकिन दर्द तो वही महसूस करता है जो घायल होता है। हनुमा विहारी के दिमाग में इस समय क्या चल रहा होगा, यह हम महसूस नहीं कर सकते, हम केवल सहानुभूति दिखा सकते हैं
अंत में आकाश चोपड़ा ने कहा कि हनुमा विहारी को न्यूजीलैंड के घरेलू सीरीज और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट खेलना चाहिए था। उन्होंने कहा,
मुझे नहीं लगता कि जिस तरह से उनका टेस्ट करियर चल रहा है, उससे वह बहुत खुश होंगे क्योंकि उन्हें खिलाया जाना चाहिए था। उन्हें कानपुर टेस्ट और शायद सेंचुरियन टेस्ट भी खेलना चाहिए था। उसे भारत में भी कुछ मैच खिलाओ, मैं इसको लेकर विशेष रूप से खुश नहीं हूं।