पूर्व भारतीय खिलाड़ी निखिल चोपड़ा ने जोहानसबर्ग टेस्ट (IND vs SA) के दूसरे दिन शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) की जबरदस्त गेंदबाजी की प्रशंसा की है। शार्दुल ने चोटिल मोहम्मद सिराज की गैरमौजूदगी में मौके का फायदा उठाया और टेस्ट क्रिकेट में अपने सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आंकड़े दर्ज किए। शार्दुल की घातक गेंदबाजी की बदौलत दक्षिण अफ्रीका बड़ी बढ़त लेने में नाकामयाब रहा।
शार्दुल ने दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी को अपनी बेहतरीन गेंदबाजी से ध्वस्त करते हुए, टेस्ट क्रिकेट में अपने सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आंकड़े दर्ज किये। उन्होंने 17.5 ओवर में 61 रन देते हुए 7 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया।
यूट्यूब पर खेलनीति पॉडकास्ट पर निखिल चोपड़ा ने कहा,
ठाकुर ने शानदार गेंदबाजी की, इसमें कोई शक नहीं है। ठाकुर के पास ज्यादा गति नहीं है, लेकिन वह पुरानी गेंद से भी दोनों तरफ से स्विंग कराने में कामयाब रहे। वह निश्चित तौर पर मैन विथ गोल्डन आर्म है। वह अच्छी तरह से सेट बल्लेबाजों को आउट करता है और साझेदारी को तोड़ता है। यह सात विकेट एक कठिन पिच पर बल्लेबाज द्वारा 150 रन की पारी के बराबर हैं।
शार्दुल ठाकुर अपनी ताकत और कमजोरियों को जानते हैं - सबा करीम
इस बीच भारत के पूर्व विकेटकीपर सबा करीम ने कहा कि घरेलू क्रिकेट में बेजान पिचों पर वर्षों की कड़ी मेहनत ने ठाकुर को स्थिति के अनुसार गेंदबाजी करने में मदद की है। उन्होंने कहा,
इस तरह का प्रदर्शन तभी संभव है जब आपके पास घरेलू क्रिकेट का काफी अनुभव हो। कभी न कभी, तेज गेंदबाजों को उन सतहों पर गेंदबाजी करनी होती है, जिनसे उन्हें कोई मदद नहीं मिलती है। वहां वे अलग-अलग कोणों, अलग-अलग रिलीज पॉइंट्स और कटर से भी गेंदबाजी करने की कोशिश करते हैं। ठाकुर के साथ सबसे बड़ी बात यह है कि वह अपनी ताकत और कमजोरियों को अच्छी तरह जानते हैं। वह जानता है कि बल्लेबाज क्या करने की कोशिश कर रहा है और उसका फायदा उठाता है। यह तभी संभव है जब आपके पास अपनी गेंदबाजी के बारे में समझदारी और चतुराई हो।