भारतीय टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) के लिए दक्षिण अफ्रीका दौरे (IND vs SA) पर टीम को सफलता दिलाने की बड़ी चुनौती है। सीरीज के शुरू होने से पहले द्रविड़ ने कहा है कि सभी का ध्यान व्यक्तिगत प्रदर्शन के बजाय टीम के ओवरआल प्रदर्शन पर होगा।
भारत के लिए टेस्ट में पिछले कुछ समय से उनके तीन सबसे अनुभवी बल्लेबाज विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे का बड़ी पारी ना खेल पाना एक चिंता का सबब रहा है। द्रविड़ से पूछा गया कि मध्यक्रम की समस्याओं से निपटने की क्या योजना है, तो उन्होंने कहा कि वे एक समूह के रूप में अच्छा प्रदर्शन करने पर ध्यान दे रहे हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में द्रविड़ ने कहा,
जिन चीजों के बारे में हमने समूह से बात की है उनमें से एक यह है कि इस प्रकार की सीरीज टीम के अच्छे प्रदर्शन से जीती जाती हैं। सभी को अपनी भूमिका निभाने की जरूरत है। आप काम करने के लिए सिर्फ विराट कोहली या पुजारा या किसी एक पर भरोसा नहीं कर सकते। अगर हम यहां सफल होना चाहते हैं, तो हमें सभी के योगदान की आवश्यकता होगी।
निचले क्रम का प्रदर्शन भी अंतर पैदा कर सकता है - राहुल द्रविड़
द्रविड़ ने आगे कहा कि इस तरह की परिस्थितियों में निचले क्रम के खिलाड़ियों के प्रदर्शन की भी बहुत अहमियत होती है और यह बड़ा अंतर पैदा कर सकता है। उन्होंने कहा,
यहां तक कि निचले क्रम के, इन गेम्स में उनके योगदान का मूल्य दुनिया के अन्य हिस्सों की तुलना में थोड़ा कम स्कोरिंग हो सकता है। हर योगदान महत्वपूर्ण होने जा रहा है और किसी और की तरह पुज्जी भी उस लाइन-अप का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस तरह की सीरीज में ऐसा बहुत कम होता है कि एक व्यक्ति हर एक खेल में स्कोर करते हुए पूरी सीरीज में डोमिनेट करे।