रवि शास्त्री (Ravi Shastri) के मुख्य कोच पद से हटने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) पहली बार विदेशी दौरे (IND vs SA) पर गई थी। दक्षिण अफ्रीका में टीम को टेस्ट सीरीज में 2-1 और वनडे सीरीज में 3-0 से करारी हार मिली। टीम ने जीत के साथ दौरे की शुरुआत की थी लेकिन उसके बाद कुछ भी सही नहीं रहा। इस दौरे को लेकर रवि शास्त्री का बयान आया है। उनका मानना है कि टीम के इस प्रदर्शन से घबराने की जरूरत नहीं है, यह सिर्फ अस्थायी फेज है और जल्द ही समाप्त हो जाएगा।
लीजेंट्स लीग क्रिकेट के दौरान पीटीआई से बात करते हुए पूर्व भारतीय कोच शास्त्री ने कहा,
‘अगर आप एक सीरीज हार जाते हैं तो आप लोग आलोचना करना शुरू कर देते हैं। आप हर गेम नहीं जीत सकते, जीत और हार होगी। जब पिछले पांच सालों में आपकी जीत का अनुपात 65 प्रतिशत है, तो चिंता की क्या बात है? हमारी विपक्षी टीमों को चिंता करनी चाहिए।’
इसके साथ ही रवि शास्त्री ने खुलासा किया कि उन्होंने सीरीज की एक भी गेंद नहीं देखी लेकिन उन्होंने यह मानने से इंकार कर दिया कि टीम के स्टैंडर्ड में गिरावट आई है।
कप्तानी छोड़ना विराट का निजी फैसला
1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम का हिस्सा रहे रवि शास्त्री ने विराट कोहली द्वारा टेस्ट की कप्तानी छोड़ने पर कहा कि यह उनका निजी फैसला है और सभी को उसका सम्मान करना चाहिए।
शास्त्री ने कहा,
‘यह उसकी पसंद है। आपको उसके फैसले का सम्मान करना होगा। हर बात का एक वक्त होता है। पहले भी बहुत से बड़े खिलाड़ियों को लगा कि अपनी बल्लेबाजी या अपने क्रिकेट पर ध्यान देना है तो उन्होंने कप्तानी छोड़ी है। चाहे तेंदुलकर, गावस्कर या धोनी और अब विराट कोहली।’
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में हार के बाद विराट कोहली भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली ने अपना पद छोड़ दिया था। वे पहले ही वनडे और टी20 के कप्तान नहीं थे। विराट भारतीय टेस्ट क्रिकेट के सबसे सफल कप्तान हैं। उनकी कप्तानी में टीम ऑस्ट्रेलिया में भी टेस्ट सीरीज जीत चुकी है।