दक्षिण अफ्रीका (IND vs SA) के खिलाफ 26 दिसंबर से शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम (Indian Cricket Team) की घोषणा हो चुकी है। इस सीरीज के लिए बीसीसीआई ने 18 सदस्यीय टीम का चयन किया है, जिसकी कप्तानी विराट कोहली करेंगे। वहीं उपकप्तानी की भूमिका में हमें बदलाव देखने को मिला। अजिंक्य रहाणे को उपकप्तान के पद से हटा दिया गया है, उनकी जगह भारतीय टेस्ट ओपनर रोहित शर्मा को नया उपकप्तान बनाया गया है। टीम में ऋषभ पंत और शार्दुल ठाकुर की ब्रेक के बाद वापसी हुयी है। वहीं हनुमा विहारी को एक बार फिर से टीम में मौका दिया गया है।
न्यूजीलैंड के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करने वाले श्रेयस अय्यर को भी बरकरार रखा गया है और मयंक अग्रवाल भी टीम में शामिल हैं। वहीं अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा भी अपनी-अपनी जगह बचाने में सफल रहे। इसके अलावा रविंद्र जडेजा, शुभमन गिल और अक्षर पटेल को चोटिल होने की वजह से शामिल नहीं किया गया है। हालांकि टीम में कुछ खिलाड़ियों को अच्छे प्रदर्शन का इनाम मिला है लेकिन कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं, जिन्हें शायद बीसीसीआई द्वारा मौका नहीं दिया जाना चाहिए था। इस आर्टिकल में हम ऐसे ही 3 भारतीय खिलाड़ियों का जिक्र करने जा रहे हैं, जिन्हें टेस्ट टीम में जगह नहीं दी जानी चाहिए थी।
3 भारतीय खिलाड़ी जिन्हें टेस्ट टीम में मौका नहीं मिलना चाहिए था
#3 जयंत यादव
भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए प्रमुख स्पिनर के तौर पर रविचंद्रन अश्विन को चुना है, वहीं टीम में दूसरे स्पिनर के तौर पर जयंत यादव को चुना गया है। जयंत को काफी समय बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ हाल ही में भारत की तरफ से टेस्ट टीम में खेलने का मौका मिला था। हालांकि इनकी जगह चयनकर्ता निश्चित तौर पर वाशिंगटन सुंदर को शामिल कर सकते थे। सुंदर ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर दिखाया था कि वह स्पिन ऑलराउंडर की भूमिका अच्छे से निभा सकते हैं। ऐसे में जयंत यादव को मौका देना जरूर एक हैरान करने वाला फैसला कहा जा सकता है।
#2 इशांत शर्मा
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अहम टेस्ट सीरीज के लिए चयनकर्ताओं ने इशांत शर्मा को भी शामिल किया है। आप में से काफी लोग उनके चयन से निराश नहीं होंगे लेकिन अगर पिछले कुछ समय में उनके प्रदर्शन और फिटनेस पर नजर डालें तो जरूर निराशा होगी। इशांत कई मौकों पर टीम की सबसे कमजोर कड़ी साबित हुए हैं और फिटनेस की वजह से कई बार बीच सीरीज में उन्हें बाहर बैठना पड़ा है। ऐसे में इतनी अहम सीरीज को देखते हुए चयनकर्ता इशांत की जगह किसी होनहार युवा तेज गेंदबाज को मौका दे सकते थे।
#1 अजिंक्य रहाणे
अजिंक्य रहाणे का इस पूरे साल बल्ले के साथ बहुत ही खराब प्रदर्शन रहा है और सभी को उम्मीद थी कि शायद चयनकर्ता कड़ा फैसला लेते हुए इस अनुभवी बल्लेबाज को ड्रॉप कर सकते हैं। हालांकि ऐसा नहीं हुआ लेकिन उन्हें उपकप्तान के पद से जरूर हटा दिया गया है। इससे साफ़ तौर पर पता चलता है कि शायद रहाणे प्लेइंग XI का हिस्सा बनने की पहली पसंद ना हों और उन्हें शुरुआती मैचों में बाहर बैठना पड़े। रहाणे की खराब फॉर्म को देखते हुए वह निश्चित तौर पर इस दौरे पर चुने जाने के हक़दार नहीं थे।