दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज (IND vs SA) में युवा भारतीय ओपनर इशान किशन (Ishan Kishan) का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा। हालांकि इसके बावजूद पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज आशीष नेहरा (Ashish Nehra) उनके प्रदर्शन से पूरी तरह संतुष्ट नहीं हैं। नेहरा ने कहा कि इशान जैसे बल्लेबाज के लिए टी20 में लगातार रन बनाना आसान नहीं होगा। उन्होंने बाएं हाथ के बल्लेबाज के हालिया प्रदर्शन को शानदार बताया लेकिन इशान को अपनी टीम के लिए प्रभावशाली रन बनाने की सलाह दी।
गुजरात टाइटंस के हेड कोच ने कहा कि सीरीज के पहले मैच में ज्यादा सहज न दिखने के बावजूद, इशान किशन ने 76 रन बना दिए थे। क्रिकबज पर चर्चा के दौरान इशान को लेकर नेहरा ने कहा,
इस सीरीज में इशान किशन के आंकड़े अच्छे रहे हैं, लेकिन आंकड़े हमेशा पूरी कहानी नहीं बयां करते हैं। वह अच्छे स्ट्राइक रेट के साथ भी खेले हैं, लेकिन उनके जैसे खिलाड़ी के लिए लगातार ऐसा करना आसान नहीं होगा, खासकर टी20 में। लेकिन उनके द्वारा बनाए गए रन प्रभावशाली होने चाहिए। उन्होंने पहले गेम में 76 रन बनाए, लेकिन वह उतने सहज नहीं दिखे। वह अपनी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलना चाहेंगे।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज में इशान किशन ने सीरीज के सभी पांच मैचों में बतौर ओपनर खेलते हुए 41.20 की औसत और 150 से भी अधिक के स्ट्राइक रेट से 206 रन बनाये। वह सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज भी रहे। इस दौरान उन्होंने दो अर्धशतक जड़े और उनका सर्वाधिक स्कोर 76 रहा।
इशान किशन की बल्लेबाजी में अभी भी काफी सुधार की जरूरत है - पार्थिव पटेल
आशीष नेहरा के साथ मौजूद पूर्व भारतीय विकेटकीपर पार्थिव पटेल ने भी जिक्र किया कि किस तरह इशान किशन अभी भी अपनी बल्लेबाजी में सुधार कर सकते हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि इशान को निडर होकर ही खेलना चाहिए। साथ ही आईपीएल 2022 का भी जिक्र किया, जहाँ इशान की बल्लेबाजी को लेकर काफी सवाल उठ रहे थे। पार्थिव ने कहा कि ऐसी स्थिति से वापसी आसान नहीं होती। उन्होंने कहा,
इशान किशन ने आईपीएल 2022 में 400 से ज्यादा रन बनाए थे और इस सीरीज में भी अच्छा प्रदर्शन किया था। लेकिन आईपीएल में उनका निडर अंदाज नदारद था। इसकी एक झलक हमें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ देखने को मिली। ऐसे सीजन के बाद वापसी करना हमेशा मुश्किल होता है क्योंकि उन्हें काफी आलोचना झेलनी पड़ी थी। उन्होंने पांचवें टी20 में पहले ही ओवर में दो छक्के लगाए जब उन्हें मौका मिला और आगे बढ़ने का उनका यही तरीका होना चाहिए। वह सीरीज के लीडिंग रन-स्कोरर हो सकते हैं, लेकिन अभी भी सुधार की गुंजाइश है।