भारतीय गेंदबाजों ने जिस तरह की गेंदबाजी श्रीलंका के खिलाफ पुणे में खेले गए दूसरे टी20 मुकाबले में की उसको लेकर हेड कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि ये खिलाड़ी अभी युवा हैं और अपनी गलतियों से सीख लेंगे। राहुल द्रविड़ ने टीम के गेंदबाजों का बचाव किया और कहा कि इनकी ज्यादा आलोचना नहीं होनी चाहिए।
भारतीय टीम ने जितनी अच्छी गेंदबाजी पहले टी20 मुकाबले में की थी उतनी ही खराब गेंदबाजी दूसरे मैच में की। शिवम मावी और अर्शदीप सिंह काफी महंगे साबित हुए और श्रीलंका ने एक बड़ा स्कोर मुकाबले में बना दिया। शिवम मावी ने अपने चार ओवरों के स्पेल में 53 रन दे दिए और अर्शदीप सिंह ने मात्र दो ओवर में 37 रन खर्च कर दिए। इस दौरान अर्शदीप ने कई नो बॉल भी डाले। उन्होंने कुल मिलाकर पांच नो बॉल किए जो भारतीय गेंदबाजों में सबसे ज्यादा है। उन्होंने किसी भी भारतीय गेंदबाज द्वारा सबसे ज्यादा नो बॉल डालने का रिकॉर्ड बनाया। इसके अलावा किसी भी फुल मेंबर टीम के गेंदबाज द्वारा संयुक्त रूप से ये सबसे ज्यादा नो बॉल का रिकॉर्ड है।
युवा खिलाड़ी इस तरह के मैचों से सीख लेंगे - राहुल द्रविड़
हालांकि हेड कोच राहुल द्रविड़ ने अपने गेंदबाजों का बचाव किया है। मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा,
कोई भी किसी भी फॉर्मेट में वाइड (नो बॉल) नहीं डालना चाहता है। खासकर टी20 में ये आपको काफी नुकसान पहुंचाते हैं। हमें धैर्य बनाए रखना होगा क्योंकि ये खिलाड़ी अभी युवा हैं। खासकर हमारे गेंदबाजी अटैक में कई सारे यंग प्लेयर हैं। इस तरह के मैच उनके लिए आएंगे। हम सबको टीम के साथ धैर्य बनाए रखना होगा। निश्चित तौर पर ये काफी कड़ी मेहनत कर रहे हैं और हम लगातार उनकी मदद करने की कोशिश करते हैं। उनके लिए बेहतर माहौल बनाया जाता है ताकि वो अपनी स्किल का पूरा फायदा उठा सकें।