विदेशों में जब भी कोई टीम जाती है तो उस टीम की सफलता के लिए अक्सर अनुभवी खिलाड़ियों पर ज्यादा भरोसा किया जाता है। कुछ ऐसा ही हमें भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के साथ भी देखने को मिलता था। हालांकि टीम ने हाल ही में अपने टेस्ट स्क्वाड से कई सीनियर खिलाड़ियों को बाहर का रास्ता दिखाया और युवाओं पर भरोसा जताया है। नए चेहरों के आने को लेकर पूर्व खिलाड़ी आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) ने भी प्रतिक्रिया दी है। चोपड़ा के मुताबिक अनुभवी खिलाड़ियों का ड्रॉप होना विदेशों में टीम के प्रदर्शन पर नकारात्मक प्रभाव नहीं डालेगा।
अजिंक्य रहाणे, चेतेश्वर पुजारा, रिद्धिमान साहा और इशांत शर्मा को श्रीलंका के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया है। साहा को संन्यास का संकेत दे दिया गया है, जबकि अन्य तीन खिलाड़ियों के लिए भी वापसी की राह काफी मुश्किल होने वाली है।
अपने यूट्यूब चैनल पर साझा किये वीडियो में, चोपड़ा से पूछा गया कि इन बदलावों की वजह से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप को देखते हुए विदेशों में भारत के प्रदर्शन क्या प्रभाव पड़ेगा। इस पर पूर्व ओपनर ने कहा,
मैं यह नहीं कहूंगा कि इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ने वाला है, ऐसा नहीं होने वाला है। एक जाता है तो दूसरा आता है। यही जीवन की कहानी है। आपके पास नए खिलाड़ियों को समय देने का समय है।
आकाश चोपड़ा ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि किस तरह चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे पिछले दो विदेशी दौरों पर अपनी क्षमता के मुताबिक खेल नहीं दिखा पाए हैं। उन्होंने कहा,
यदि आप आत्मविश्वास के दृष्टिकोण से देखते हैं तो एक प्रभाव होगा, हालांकि अगर हम पुजारा और रहाणे के नजरिये से देखें, तो वे रन नहीं बना रहे थे। इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका में उन्होंने अधिक रन नहीं बनाये।
सही समय पर बदलाव हुए हैं - आकाश चोपड़ा
आकाश चोपड़ा के मुताबिक चयनकर्ताओं ने सही समय पर बदलाव किये हैं। उन्होंने तर्क देते हुए कहा,
तो एक समस्या थी, आपने उस समस्या का समाधान खोजने की कोशिश की और कुछ बदलाव किए। मुझे लगता है कि आपने सही समय पर बदलाव किए हैं क्योंकि आप वर्तमान में विदेश नहीं जा रहे हैं, आप उपमहाद्वीप में अधिकांश क्रिकेट खेल रहे हैं।
भारत के विदेशी दौरे को लेकर चोपड़ा ने कहा,
आप इंग्लैंड में एक टेस्ट मैच खेलेंगे, लेकिन आपने अन्य WTC सीरीज समाप्त कर ली है। इसलिए घर पर खेलते हुए, युवा खिलाड़ियों को अधिक मौके दें और उन्हें तैयार करें ताकि यदि आप WTC फाइनल के लिए क्वालीफाई करते हैं, जो अभी निश्चित नहीं है। इस बार यह और कठिन होने वाला है, आपके नए लड़के तैयार होंगे।
भारतीय टीम ने घरेलू सीरीज में शुभमन गिल, श्रेयस अय्यर और हनुमा विहारी को मध्यक्रम में आजमाने के लिए चुना है।