राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) के भारतीय टीम का हेड कोच बनने और रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के कप्तान बनने के बाद से लगातार युवा खिलाड़ियों को मौके दिए जा रहे हैं। हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली गई टी-20 सीरीज में युवाओं को खूब मौके दिए गए। इसी कड़ी में इशान किशन (Ishan Kishan) को तीनों टी-20 मैचों में ओपनिंग करने का मौका दिया गया था। हालांकि, वह 23.66 की औसत के साथ केवल 71 रन ही बना सके थे।
किशन के निराशाजनक प्रदर्शन के बावजूद द्रविड़ ने उनका समर्थन किया है। द्रविड़ ने साफ कर दिया है कि युवा खिलाड़ियों का आंकलन केवल एक सीरीज या एक खराब मैच से नहीं किया जाएगा।
द्रविड़ ने किशन को लेकर कहा,
इशान को उनकी क्षमता और उनके प्रदर्शन के कारण चुना गया है। निश्चित तौर पर इतने मैचों में आप आंक नहीं सकते। कई बार यह मिश्रण की बात होती है तो वहीं कई बार चोट। कभी एक ही खिलाड़ी को समान नंबर के मैच मत दीजिए। किसी खिलाड़ी के लिए पहले से तय मैच भी नहीं होते हैं।
एक मैच या सीरीज पर नहीं होगा युवा खिलाड़ियों का आंकलन- द्रविड़
भारत ने आखिरी टी-20 में रुतुराज गायकवाड़ और आवेश खान को मौका दिया था। आवेश ने अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था तो वहीं गायकवाड़ की प्लेइंग इलेवन में वापसी हुई थी। इस मुकाबले में दोनों ही खिलाड़ियों का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था, लेकिन द्रविड़ इस बात को लेकर खिलाड़ियों का आंकलन नहीं करने वाले हैं।
द्रविड़ ने कहा,
यह एक कठिन फॉर्मेट है और हम उनसे खतरा मोल लेने को कह रहे हैं। हम कुछ मैचों के आधार पर उनका आंकलन नहीं करेंगे। आंकलन करने का यह सही तरीका नहीं है। हम लोगों को अधिक से अधिक मौके देना चाहते हैं। हम उन्हें खेलने का मौका देना चाहते हैं और उन्हें केवल एक मैच या एक सीरीज के आधार पर जज नहीं किया जाएगा।