भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के ऑलराउंडर वेंकटेश अय्यर (Venkatesh Iyer) ने कहा है कि वह छठे गेंदबाजी विकल्प के रूप में टी20 टीम में अपनी भूमिका के महत्व को अच्छी तरह से समझते हैं। हार्दिक पांड्या द्वारा पीठ की चोट के चलते गेंदबाजी ना करने से भारत ने सीमित ओवरों के क्रिकेट में बैकअप गेंदबाज के लिए काफी स्ट्रगल किया है। हालांकि, वेंकटेश अय्यर के टीम में आने के बाद से इस साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम के लिए कुछ उम्मीदें जगी हैं।
रविवार को वेस्टइंडीज का तीन मैचों की टी20 सीरीज में क्लीन स्वीप करने के बाद वेंकेटेश ने डेब्यूटेंट आवेश खान के साथ अपनी गेंदबाजी को लेकर बातचीत की। इन दोनों की बातचीत का वीडियो bcci.tv पर अपलोड किया गया है।
इस वीडियो में वेंकटेश ने कहा,
मैं एक फिनिशर के रूप में टीम के लिए अपनी भूमिका निभाने की कोशिश कर रहा हूं। गेंद के साथ मैं कप्तान के लिए कुछ अच्छे ओवर डालना चाहता हूं। किसी भी कप्तान के पास छठा गेंदबाजी विकल्प होना एक एसेट की तरह है। इसलिए टीम के लिए काम करना अच्छा लगता है। मैं अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहा हूं और धीरे-धीरे चीजें हो रही हैं।
वेंकटेश अय्यर ने रविवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे और अंतिम टी20 इंटरनेशनल मैच में बल्ले और गेंद दोनों से बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने पहले बल्ले से 19 में नाबाद 35 रन की पारी खेली और फिर गेंदबाजी करते हुए 23 रन देते हुए किरोन पोलार्ड और जेसन होल्डर को अपना शिकार बनाया।
डेब्यू सिर्फ एक बार होता है - आवेश खान ने कप्तान और कोच की सलाह का किया खुलासा
भारत और वेस्टइंडीज के बीच तीसरे टी20 इंटरनेशनल मैच में तेज गेंदबाज आवेश खाना को डेब्यू करने का मौका मिला। इस दौरान वो काफी नर्वस लग रहे थे। उन्होंने 4 ओवर में 10.50 के खराब इकॉनमी रेट से 42 रन खर्च कर डालें और एक भी विकेट नहीं चटकाया।
आवेश ने स्वीकार किया कि वह नर्वस थे लेकिन अय्यर को बताया की अपने डेब्यू मैच को उन्होंने पूरी तरह से एन्जॉय किया। उन्होंने कहा,
जब मुझे पता चला कि मैं डेब्यू करने जा रहा हूं, तो नर्वस महसूस कर रहा था। तभी मेरे दिमाग में यह ख्याल आया कि जिस पल के लिए मैंने इतनी मेहनत की थी वह आखिरकार आ ही गया। रोहित (शर्मा) सर और राहुल (द्रविड़) सर ने मुझे मैच को एन्जॉय करने के लिए कहा क्योंकि मैं भारत के लिए और मैच खेल सकता हूं लेकिन डेब्यू केवल एक बार होता है।