भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) का मानना है कि चयनकर्ताओं द्वारा नियमित आधार पर भारतीय टीम में काफी बदलाव किए जा रहे हैं। मौजूदा भारतीय टीम (Indian Team) बदलाव के दौर से गुजर रही है और इसके लिए अगले दो साल काफी अहम रहने वाले हैं जिसमें आईसीसी के तीन इवेंट शामिल हैं।
2019 में वर्ल्ड कप सेमीफाइनल हारने के बाद आप काफी सफेद गेंद सीरीज खेलकर टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम तैयार करते हैं। अच्छी टीम तैयार होने के बाद टूर्नामेंट करीब आने पर सोच ऐसी हो जाती है कि चहल का चयन नहीं किया जा सकता, वह धीमी गति से गेंदबाजी करते हैं। लेकिन वह पिछले दो वर्षों से धीमी गति से गेंदबाजी कर रहे हैं तो अब चीजों की योजना में क्यों नहीं है? अचानक सब कुछ बदल जाता है, वरुण चक्रवर्ती और राहुल चाहर का चयन किया जाता है और दीपक चाहर को नजरअंदाज कर दिया जाता है। आर अश्विन कहीं नहीं होते हैं, तो योजना में आ जाते हैं। ईमानदारी से कहूँ तो निरन्तरता आवश्यक है।
गौरतलब है कि भारतीय स्पिन जोड़ी कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल को अब वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज के लिए टीम में चुना गया है। आकाश चोपड़ा का कहना है कि दोनों को हर मैच में खिलाना चाहिए। वनडे सीरीज में तीन मुकाबले खेले जाने हैं।
कुलदीप यादव को आखिरी बार पिछले साल भारत के श्रीलंका दौरे पर देखा गया था। घुटने की गंभीर चोट के कारण वह आईपीएल के दूसरे चरण से बाहर हो गए थे। इस बीच, चहल को हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर देखा गया था। वहां चहल का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है और उनके ऊपर रक्षात्मक गेंदबाजी करने का आरोप भी लगाया गया। देखना होगा कि वेस्टइंडीज के खिलाफ भारतीय टीम का प्रदर्शन कैसा रहेगा और स्पिन गेंदबाज किस तरह भूमिका निभाते हैं।