वेस्टइंडीज (West Indies) के खिलाफ पहले वनडे मैच में भारतीय टीम (Indian Team) के लिए दीपक हूडा ने डेब्यू किया लेकिन उनको गेंदबाजी नहीं दी गई। इसको लेकर पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) ने प्रतिक्रिया दी है। चोपड़ा ने इस युवा को गेंदबाजी नहीं देने की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि इस तरह से ऑलराउंडर खिलाड़ी तैयार कर पाना मुश्किल है।
अपने ट्विटर हैंडल पर चोपड़ा ने लिखा कि पहले वेंकटेश अय्यर और अब दीपक हूडा। अगर उन्हें गेंदबाजी नहीं मिल रही है तो ऑलराउंडर बनाना असंभव है। या ऐसा भी हो सकता है कि चयनकर्ता उनको ऑलराउंडर के रूप में चुनते हैं लेकिन टीम मैनेजमेंट को उनकी गेंदबाजी क्षमता पर भरोसा नहीं है।
गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका दौरे पर वेंकटेश अय्यर को खेलने का मौका मिला था। उनको गेंदबाजी करने का मौका नहीं मिला था। इसके बाद काफी आलोचना भी टीम मैनेजमेंट और कप्तान की हुई थी। अब अय्यर को टीम से बाहर कर दिया गया है लेकिन दीपक हूडा को टीम में चुना गया है। डेब्यू मैच में हूडा को भी गेंदबाजी करने का मौका नहीं मिला है।
भारत के दीपक हूडा को गेंदबाजी नहीं देने का एक और कारण यह हो सकता है कि उनकी जरूरत नहीं थी। अहमदाबाद की टर्निंग पिच पर मेजबान टीम ने किरोन पोलार्ड एंड कंपनी पर शुरू से ही दबदबा बनाया और 22.5 ओवरों में 79-7 स्कोर हो गया था। इसके बाद मेहमान टीम महज 176 रन के कुल स्कोर पर आउट हो गई। भारतीय टीम के स्पिनरों ने बेहतरीन गेंदबाजी का प्रदर्शन किया। युजवेंद्र चहल ने 4 विकेट अपने नाम किये। वहीँ वॉशिंगटन सुंदर को 3 विकेट लेने का मौका मिला।
रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का निर्णय लिया था। पिच से मदद की उम्मीद में उन्होंने यह निर्णय लिया था। वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी पूरी तरह से फ्लॉप दिखाई दी।