मुंबई में कल भारतीय महिला क्रिकेट टीम और ऑस्ट्रेलिया (IN-W vs AU-W) के बीच खेले गए दूसरे टी20 मुकाबले में मेजबानों ने सुपर ओवर में कंगारू टीम को हरा दिया। इस जीत के साथ भारत ने पांच मैचों की टी20 सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली है। टीम इंडिया की ओर से मैच में जीत की हीरो सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) रहीं जिन्होंने अपनी बल्लेबाजी के दम पर टीम को जीत दिलाई।
इस मैच में भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी थी। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहले खेलते हुए बेथ मूनी (82) और ताहलिया मैक्ग्रा (70) की नाबाद अर्धशतकीय पारियों की मदद से निर्धारित 20 ओवरों में एक विकेट के नुकसान पर 187 रन बनाये। जवाबी पारी में टीम इंडिया की ओर से शानदार शुरुआत देखने को मिली। दोनों सलामी बल्लेबाजों ने पहले विकेट के लिए 76 रनों की साझेदारी निभाई। इसके बाद शेफाली वर्मा 34 रन बनाकर पवेलियन लौट गईं।
इस बीच मंधाना ने अपने करियर का 19वां अर्धशतक जमाया। उन्होंने 49 गेंदों पर 79 रनों की अहम पारी खेली। भारतीय टीम ने पूरे ओवर खेलने के बाद 187/5 रन बनाये और मुकाबला सुपर ओवर पर चला गया। भारत ने सुपर ओवर में पहले खेलते हुए 20/1 का स्कोर बनाया। जवाब में मेहमान टीम छह गेंदें खेलने के बाद 16 रन ही बना पाई और टीम इंडिया 4 रनों से मुकाबला जीती।
यहाँ देखें सुपर ओवर में मंधना द्वारा की शानदार बल्लेबाजी
भारत को टारगेट सेट करने की कला सीखनी होगी - मंधाना
मैच के बाद स्मृति मंधाना ने भारतीय टीम की खामियों के बारे में भी बात की। बाएं हाथ की बल्लेबाज के अनुसार टीम को लक्ष्य निर्धारित करने की कला सीखने की जरूरत है।
उन्होंने कहा,
मुझे लगता है कि लक्ष्य पीछा करते हुए भारतीय टीम में हर कोई आनंद लेता है। हालांकि, हमें टोटल सेट करने पर भी काम करने की जरूरत है। जब वे बल्लेबाजी कर रहे थे, तो मुझे एहसास हुआ कि यह एक अद्भुत विकेट है। मेरी नजर एक बड़े स्कोर पर थी। पिछली पारियों में की गई गलतियों को दोहराना नहीं चाहती थी। महिला क्रिकेट के लिए तैयार किए गए इस तरह के विकेटों को देखकर खुशी हुई। आपको उच्च स्कोर, उच्च रन चेज मिलेंगे। मुझे लगता है कि यह सबसे मनोरंजक खेलों में से एक है जिसका हम सभी हिस्सा रहे हैं।