महान ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एलन बॉर्डर ने पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट स्टेडियम (एमसीए) में भारत के खिलाफ पहले टेस्ट के पहले दिन ओपनर मैट रेनशॉ के रिटायर्ड इल होने पर अपना गुस्सा प्रकट किया है। डेविड वॉर्नर के साथ शीर्षक्रम में मजबूत साझेदारी करने के बावजूद रेनशॉ को अपने जोड़ीदार के आउट होने के बाद मैदान छोड़ना पड़ा। बाद में यह खुलासा हुआ कि 'पेट ख़राब' होने की वजह से रेनशॉ मैदान से बाहर गए। बॉर्डर ने 20 वर्षीय बल्लेबाज के इस फैसले पर गुस्सा प्रकट करते हुए कहा कि उन्हें किसी प्रकार का बहाना देने की जरुरत नहीं है। बॉर्डर ने फॉक्स स्पोर्ट्स से बातचीत में कहा, 'मुझे उम्मीद है कि वह अधमरी हालत में टेबल पर लेटे होंगे, वरना कप्तान के तौर पर मुझे उनके इस फैसले से जरा भी ख़ुशी नहीं होती। मुझे नहीं लगता कि मैंने पहले कभी ऐसा दृश्य देखा है। यह सही है कि उनका पेट कुछ देर ख़राब रहा हो और ऐसी परिस्थिति में उन्हें अपने विवेक का इस्तेमाल करना चाहिए था। जब डेविड वॉर्नर आउट हुए थे तो उन्हें खाली समय का उपयोग करते हुए मैदान से बाहर टॉयलेट चले जाना चाहिए था।' यह भी पढ़ें : मैट रेनशॉ को पेट की गड़बड़ी के कारण लौटना पड़ा पवेलियन, वापसी करके बनाया अर्धशतक 61 वर्षीय बॉर्डर ने आगे कहा, 'उस समय जो भी हुआ, मैं कभी ऐसी परिस्थिति के बारे सोच भी नहीं सकता कि कोई जरा सा बीमार होने पर इस तरह मैदान से बाहर चला जाए। मैं आपको कह सकता हूं कि क्या होता अगर अगले 15 मिनट में शॉन मार्श पवेलियन लौट जाते। कप्तान के तौर पर मुझे बहुत गुस्सा आता।' याद्टी हो कि स्टीवन स्मिथ ने टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। रेनशॉ ने शानदार शुरुआत करते हुए 89 गेंदों में 36 रन बना लिए थे। तभी उनके पेट में कुछ तकलीफ होना शुरू हुई। जब उमेश यादव ने वॉर्नर को आउट किया, तब रेनशॉ ने ठीक होने के लिए मैदान से बाहर जाने का फैसला किया। शॉन मार्श को तभी मैदान में आकर कप्तान स्मिथ का साथ निभाना पड़ा। मार्श ने कप्तान स्मिथ के साथ 37 रन की साझेदारी की, लेकिन जयंत यादव ने बाएं हाथ के बल्लेबाज को आउट कर दिया। रेनशॉ तब मैदान में लौटे जब पीटर हैंड्सकोंब 45 गेंदों में 22 रन बनाकर आउट हुए। दूसरे छोर से लगातार विकेट गिर रहे थे, इसके बावजूद रेनशॉ सबसे युवा ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज बनने में सफल रहे जिन्होंने एशियाई धरती पर टेस्ट पारी में 50 से अधिक रन बनाए हो। इसके बाद 68 रन बनाकर जब रेनशॉ डटकर भारतीय गेंदबाजों का मुकाबला कर रहे थे, तब अश्विन ने अपनी फिरकी में उन्हें फांस लिया।