भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच धर्मशाला में चल रहे चौथे टेस्ट के तीसरे दिन दोनों टीमों को चायकाल तक बिना निर्णय समीक्षा प्रणाली (DRS) के ही खेलना पड़ा। तीसरे दिन बॉल ट्रेकिंग सिस्टम में तकनीकी खराबी आने के बाद अम्पायर ने दोनों टीमों को इसके बारे में जानकारी प्रदान की तथा बिना पहले घंटे बिना डीआरएस ही मैच आगे बढ़ाया गया। इस समस्या को पहले सेशन में ड्रिंक्स से पहले सुलझाया गया। अब दोनों टीमें इसका प्रयोग कर पाएगी और उनके लिए यह खुश होने वाला पल भी होगा क्योंकि ऑस्ट्रेलिया दूसरी पारी में मुश्किल परिस्थिति में है। इससे पहले दिन की पहली गेंद पर कमिन्स की गेंद पर जडेजा को कीपर कैच की अपील पर आउट दिया गया लेकिन रिव्यू में तीसरे अम्पायर ने बॉल और बैट के बीच लम्बा गैप पाया और फैसला बदल दिया गया। इसमें यह पाया गया कि जडेजा के पैड पर बल्ला लगा था।
इस मामले के बाद अम्पायर ने दोनों टीमों को बताया कि डीआरएस में तकनीकी खामी के कारण उपलब्ध नहीं हो पाएगा। इसके पीछे कारण बिजली की अनुपलब्धता बताई गई। बता दें कि दिन के पहले रिव्यू के बाद रविन्द्र जडेजा ने ताबड़तोड़ पारी खेलते हुए शानदार अर्धशतक जमाया था। जब डीआरएस उपलब्ध नहीं था तब ऑस्ट्रेलिया ने तीन बार अपील की लेकिन सभी निर्णय बल्लेबाजों के पक्ष में आए। इसमें यह भी सन्देश गया कि डीआरएस नहीं होने के बाद भी कोई निर्णय विवादित नहीं रहा। गौरतलब है कि भारत ने ऑस्ट्रेलिया द्वारा पहली पारी में बनाए 300 रनों के जवाब में 332 रन बनाकर छोटी लेकिन महत्वपूर्ण बढ़त हासिल की जिसकी बदौलत ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में टीम इंडिया ने चायकाल तक पांच विकेट झटककर उन्हें बैकफुट पर धकेल दिया। जडेजा ने धमाकेदार अंदाज में खेलते हुए तेजी से अर्धशतक बनाया लेकिन उनके अलावा अन्य कोई बल्लेबाज टिक नहीं पाया और टीम उनके पीछे आउट हो गई।