पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने कहा कि भारतीय कप्तान विराट कोहली का रवैया काफी कुछ 'ऑस्ट्रेलियाई' जैसा है। क्लार्क ने साथ ही कहा कि उन्हें विराट की कप्तानी की स्टाइल अच्छी लगती है, जो कि खेल को जितना आगे ले जाए ले जाना चाहती है। क्लार्क ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया को दिए इंटरव्यू में कहा, 'विराट सुपरस्टार हैं। वह मुझे सचिन की काफी याद दिलाते हैं और ऐसे चुनिंदा ही खिलाड़ी हैं जो महान बल्लेबाज की याद दिलाए। मुझे विराट की कप्तानी भी पसंद है। वह आक्रामक कप्तान है जो जीतना चाहते हैं, विकेट लेना चाहते हैं और रन बनाना चाहते हैं। पुणे टेस्ट के बाद उन्होंने जो कहा, वो मुझे अच्छा लगा। वह अच्छे व्यक्ति हैं और कड़े क्रिकेटर हैं। मुझे उनके खिलाफ खेलने में मजा आया था क्योंकि उनके अंदर ऑस्ट्रेलिया जैसा रवैया है जो लड़ना जानता है और जिद्दी भी है। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान के रूप में मेरे अंदर भी ऐसा था। उनकी कप्तानी समय के साथ निखरती जाएगी क्योंकि उनका अपना अलग अंदाज है और वह विश्वास से लबरेज हैं।' यह भी पढ़ें : विराट पर स्मिथ ने साधा निशाना, फिर भारतीय कप्तान ने दिया करारा जवाब भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरे टेस्ट का स्थान क्लार्क के लिए बहुत विशेष हैं। उन्होंने यहीं 2004 में भारत के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था। 23 की उम्र में डेब्यू करने वाले क्लार्क ने 151 रन की बेहतरीन पारी खेली थी। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने कहा, 'बैंगलोर में आना हमेशा विशेष होता है क्योंकि यहां से बहुत यादें जुड़ी हैं। मैदान पर आना विशेष होता है। मेरा ध्यान पिच पर जाकर उस लम्हें को दोबारा जीने का है, जहां से सब कुछ शुरू हुआ था।' क्लार्क ने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ की तारीफ करते हुए कहा कि मौजूदा कंगारू कप्तान ने टीम का शानदार नेतृत्व किया है। सभी उतार-चढ़ाव देखने वाले स्मिथ ने खिलाड़ियों की हौसलाअफजाई की और बल्ले से काफी रन भी बनाए। याद हो कि 2004 में ऑस्ट्रेलियाई टीम प्रबंधन ने 23 वर्षीय मध्यक्रम बल्लेबाज को भारत दौरे के लिए चुना था। माइकल क्लार्क ने टेस्ट डेब्यू करने से पहले करीब तीन या चार वन-डे खेले थे। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने अनिल कुंबले, हरभजन सिंह और अन्य दिग्गज भारतीय गेंदबाजों के सामने चिन्नास्वामी स्टेडियम में गजब का प्रदर्शन किया और 151 रन की उम्दा पारी खेली। उनकी टीम ने भारत को 217 रन से इस मुकाबले में हराया था।