चैंपियंस ट्रॉफ़ी में फ़ाइनल तक का सफ़र, फिर कैरेबियाई धरती पर भी किया कमाल, श्रीलंकाई सरज़मीं पर तो कोहली एंड कंपनी ने रच डाला 9-0 से इतिहास और अब अपने घर में भी एक विराट रिकॉर्ड को तोड़ने के क़रीब खड़ी है भारतीय क्रिकेट टीम।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मौजूदा 5 मैचों की वनडे सीरीज़ का तीसरा मुक़ाबला इंदौर के होल्कर स्टेडियम में अब से कुछ ही घंटे बाद खेला जाना है। 2-0 की बढ़त के साथ विराट कोहली की नज़र एक तीर से कई निशाने को भेदने पर होगी।
इंदौर में ऐसे बन सकता है इतिहास
भारत ने पिछले 8 वनडे मैचों में लगातार जीत दर्ज की है और अगर इंदौर में भी टीम इंडिया को जीत मिलती है तो फिर भारतीय क्रिकेट इतिहास में ये सबसे लंबा विजय रथ होगा। भारत ने इससे पहले सौरव गांगुली और महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भी लगातार 8 वनडे मैचों में जीत दर्ज की थी। यानी इंदौर वनडे में जीत कंगारुओं के ख़िलाफ़ सीरीज़ जीत के साथ साथ एक इतिहास भी क़ायम कर देगी।
कंगारुओं की नज़र कमबैक पर
हालांकि पहले दो वनडे में चारो ख़ाने चित होने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम वापसी के लिए बेक़रार है। उनके लिए अच्छी ख़बर ये है कि पहले दो वनडे में बाहर बैठे आरोन फ़िंच तीसरे वनडे में वापसी कर सकते हैं, प्रैक्टिस सेशन में उन्होंने जमकर बल्लेबाज़ी की है। इसका मतलब हुआ कि लगातार दो मैचों में निराश करने वाले हिल्टन कार्टराइट को बाहर बैठना होगा। साथ ही साथ उम्मीद होगी कि अब तक शांत रहा डेविड वॉर्नर का बल्ला इंदौर में चमकेगा। मिडिल ऑर्डर में भी कंगारुओं की मुश्किलें कम नहीं हैं, मार्कस स्टॉइनिस को छोड़ दें तो कोई भी बल्लेबाज़ स्पिन के ख़िलाफ़ सहज नहीं दिख रहा। ऐसे में कंगारुओं के सामने कमबैक करना आसान तो नहीं है लेकिन नमुमकिन भी नहीं।
भारत के लिए नंबर-4 पर विचार जारी
भविष्य की टीम तैयार करने के लिए युवराज सिंह और सुरेश रैना को तो चयनकर्ताओं ने बाहर कर दिया है, लेकिन ख़ाली पड़े नंबर-4 पर खोज जारी है और इंदौर में भी इसी क्रम के लिए विचार विमर्श चल रहा है। हालांकि मनीष पांडे ने श्रीलंका में इस स्थान को भरने की ओर बढ़ते दिखे थे, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ लगातार दो मैचों में वह फ़्लॉप रहे हैं। टीम में के एल राहुल भी मौजूद हैं, जिन्होंने श्रीलंकाई सरज़मीं पर मिले मौक़े को ज़ाया कर दिया था। ऐसे में देखना होगा कि इंदौर में चयनकर्ता मनीष पांडे को एक और मौक़ा देते हैं या फिर के एल राहुल को दोबारा आज़माते हैं।
पिच का पेंच
इंदौर की पिच भी पांरपरिक भारतीय पिचों की ही तरह है, जहां पहले बल्लेबाज़ी करने वाली टीम को हमेशा फ़ायदा होता है और दूसरी पारी में स्पिन गेंदबाज़ों सो मदद मिलने की उम्मीद रहती है। टीम इंडिया के लिए अच्छी बात ये है कि इस मैदान पर अब तक भारत ने 4 वनडे खेले हैं और सभी के सभी में जीत टीम इंडिया की ही हुई है। आख़िरी बार इस मैदान पर 2015 में दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ भारत ने वनडे मैच खेला था, जहां 124 रनों पर 6 विकेट गिरने के बाद महेंद्र सिंह धोनी ने नाबाद 92 रन बनाते हुए प्रोटियाज़ को 248 रनों की चुनौती दी थी, जिसके जवाब में अफ़्रीकी टीम 225 रनों पर ढेर हो गई थी।
मतलब साफ़ है, आंकड़ों से लेकर मौजूदा फॉर्म और परिस्थिति सभी भारत के पक्ष में जाता दिखाई दे रहा है। हालांकि एक नज़र मौसम पर भी रखना ज़रूरी है क्योंकि भारत में मॉनसून का सीज़न चल रहा है और इंदौर में भी बारिश एक दिन पहले तक होती रही है। रविवार को मौसम विभाग के मुताबिक़ बारिश का इमकान तो नहीं है लेकिन मौसम और पिच कब क्या रंग दिखाए कहना मुश्किल है। वैसे चलते चलते एक और आंकड़े से भी रु-ब-रु हो लीजिए, वह ये कि इस साल भारत का ये 21वां वनडे होगा, जहां अब तक 20 मैचों में टीम इंडिया को 15 जीत मिली है और सिर्फ़ 4 हार, जबकि एक मैच बारिश की वजह से धुल गया था।