विराट कोहली के नेतृत्व में भारतीय टेस्ट टीम का कमाल का प्रदर्शन जारी है। भारत ने कोलकाता के ईडन गार्डन्स पर सोमवार को दूसरे टेस्ट के चौथे दिन न्यूजीलैंड को दूसरी पारी में 81.1 ओवर में 197 रन पर ऑलआउट करके मुकाबला 178 रन से जीता। ऋद्धिमान साहा को दोनों पारियों में नाबाद अर्धशतक जमाने और बेहतरीन कीपिंग करने के लिए मैन ऑफ द मैच के पुरस्कार से नवाजा गया। महेंद्र सिंह धोनी के बाद अब साहा ने ही टेस्ट में मैन ऑफ द मैच का खिताब हासिल किया है। इसके साथ ही भारत ने तीन मैचों की टेस्ट सीरीज पर 2-0 से कब्ज़ा किया, जबकि तीसरा और अंतिम टेस्ट महज औपचारिकता भर रह गया है जो 8-12 अक्टूबर तक इंदौर के होलकर स्टेडियम में खेला जाएगा। टीम इंडिया टेस्ट रैंकिंग में पाकिस्तान को खिसकाकर शीर्ष स्थान पर पहुंच गया है। धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम सबसे लंबे समय 614 दिन तक शीर्ष पर बनी हुई थी। अब यह देखने लायक होगा कि क्या कोहली की कप्तानी में भी भारतीय टीम ऐसा कारनामा करने में कामयाब हो पाएगी? इस जीत के साथ ही विराट कोहली ने कप्तान के रूप में महेंद्र सिंह धोनी का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। विराट के नेतृत्व में भारत लगातार 12 टेस्ट में अपराजित रही। अब उनकी नजरें मोहम्मद अजहरुद्दीन पर होगी, जिनके नेतृत्व में टीम इंडिया 14 मैचों में अपराजित रही थी। इस सूची में शीर्ष पर सुनील गावस्कर हैं, जिनकी कप्तानी में टीम इंडिया 19 टेस्ट में अपराजित रही थी। भारत ने पहली पारी में 316 रन बनाए, जिसके जवाब में कीवी टीम 204 रन पर ऑलआउट हो गई। इस तरह मेजबान टीम को पहली पारी में 112 रन की महत्वपूर्ण बढ़त मिली थी। तीसरे दिन स्टंप्स तक भारत ने रोहित शर्मा (82) और कप्तान विराट कोहली (45) की दमदर पारियों की बदौलत 8 विकेट खोकर 227 रन बना लिए थे। तब उसकी कुल बढ़त 339 रन की हो चुकी थी। ऋद्धिमान साहा 39* और भुवनेश्वर कुमार 8* क्रीज पर जमे हुए थे। चौथे दिन साहा ने शानदार फॉर्म जारी रखते हुए अपना अर्धशतक पूरा किया। वह दोनों पारियों में नाबाद अर्धशतक जमाने वाले विश्व के दूसरे विकेटकीपर बल्लेबाज भी बने। इसके अलावा एक टेस्ट में दो अर्धशतक जमाने के मामले में साहा चौथे भारतीय विकेटकीपर बने। उनसे पहले एमएस धोनी (4 बार), फारुक इंजीनियर और दिलावर हुसैन ऐसा कर चुके हैं। साहा 120 गेंदों में 6 चौको की मदद से 58 रन बनाकर नाबाद रहे। विकेटकीपर बल्लेबाज ने भुवनेश्वर कुमार (23) के साथ 9वें विकेट के लिए 35 रन की साझेदारी की। वैगनर ने निकोल्स के हाथों कैच आउट कराकर भुवी को पवेलियन भेजा। ट्रेंट बोल्ट ने मोहम्मद शमी (1) को लैथम के हाथों कैच आउट कराकर भारतीय पारी को दूसरी पारी में 73.5 ओवर में 263 रन पर ऑलआउट किया। कीवी गेंदबाजों में ट्रेंट बोल्ट, मेट हेनरी और मिचेल सांटनर ने तीन-तीन विकेट लिए। नील वैगनर को एक विकेट मिला। 376 रन के विशाल लक्ष्य के सामने कीवी टीम ने संभली हुई शुरुआत की। मार्टिन गप्टिल (24) और टॉम लैथम (74) ने 55 रन की साझेदारी करके भारतीय टीम की मुश्किलें बढ़ाई। मगर रविचंद्रन अश्विन ने जल्द ही मेजबान टीम की वापसी कराई। उन्होंने गप्टिल और रॉस टेलर (4) को LBW कर दिया। रविंद्र जडेजा ने हेनरी निकोल्स (24) को रहाणे के हाथों कैच आउट कराया। 115 रन पर तीन विकेट गिरने के बाद लैथम और रोंची ने चायकाल तक कीवी टीम को कोई नुकसान नहीं होने दिया। चायकाल के बाद पहले ही ओवर में अश्विन ने टीम इंडिया को सबसे बड़ी सफलता दिलाई। उन्होंने सेट बल्लेबाज टॉम लैथम को विकेटकीपर साहा के हाथों कैच आउट करा दिया। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 148 गेंदों में 8 चौको की मदद से 74 रन की उम्दा पारी खेली। इसके बाद भारत ने मैच पर पूरी तरह पकड़ बना ली। मोहम्मद शमी ने मिचेल सांटनर (9) को LBW आउट किया जबकि बीजे वॉटलिंग (1) को क्लीन बोल्ड किया। जडेजा ने फिर ल्युक रोंची (32) को क्लीन बोल्ड करके भारत को जीत के और करीब पहुंचा दिया। फिर भुवनेश्वर कुमार ने जीतन पटेल (2) को क्लीन बोल्ड करके स्टेडियम में मौजूद दर्शकों को ऊर्जा से भर दिया। मेट हेनरी (18) ने भारतीय टीम को जीत दर्ज करने से पहले थोड़ा परेशान किया, लेकिन जडेजा की गेंद पर विराट ने शॉर्ट कवर्स में उनका एक हाथ से बेहतरीन कैच लपका। नील वैगनर (5*) और ट्रेंट बोल्ट (4) ने भारतीय टीम को चौथे दिन जीत दर्ज करने से रोकने की पूरी कोशिश की, लेकिन शमी ने ऐसा नहीं होने दिया और बोल्ट को बाउंसर डालकर आउट कर दिया। मुरली विजय ने हवा में आये इस कैच को आसानी से पकड़ा और भारत को सीरीज जीत दिलाई। भारत की ओर से मोहम्मद शमी, रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा ने तीन-तीन विकेट लिए। भुवनेश्वर कुमार को एक विकेट मिला। स्कोरबोर्ड : भारत : 316 और 263 न्यूजीलैंड : 204 और 197