भारत ने रोमांचक मुकाबले में ज़िम्बाब्वे को 3 रन से हराकर टी20 सीरीज पर कब्ज़ा किया

भारतीय टीम ने सांस थाम देने वाले तीसरे व अंतिम टी-20 मुक़ाबले में बुधवार को ज़िम्बाब्वे को 3 रन से हरा दिया। इसी के साथ टीम इंडिया ने तीन मैचों की टी20 सीरीज 2-1 से जीत ली। भारत ने पहले बल्लेबाजी करके निर्धारित 20 ओवर में 6 विकेट खोकर 138 रन बनाए। जवाब में ज़िम्बाब्वे की टीम 20 ओवर में 6 विकेट खोकर 135 रन बना सकी। बरिंदर सरान ने आखिरी गेंद पर एल्टन चिगुम्बुरा (16) को शॉट कवर्स में चहल के हाथों कैच कराकर भारत की जीत पर मुहर लगाई। इसी के साथ भारत ने टी20 में अपने सबसे कम स्कोर का बचाव किया। केदार जाधव को मैच में अर्धशतकीय पारी खेलने के लिए मैन ऑफ़ थे मैच चुना गया। बरिंदर सरान को मैन ऑफ़ द सीरीज चुना गया। टीम इंडिया ने इससे पहले 3-0 से वन-डे सीरीज अपने नाम की थी। हरारे स्पोर्ट्स क्लब पर खेले गए इस मुकाबले में ज़िम्बाब्वे के कप्तान ग्रेम क्रीमर ने टॉस जीतकर टीम इंडिया को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया। भारतीय टीम मौजूदा दौरे पर पहली बार पहले बल्लेबाजी करने उतरी थी। हालांकि, मेहमान टीम की शुरुआत बेहद ख़राब रही और उसके शीर्ष तीन बल्लेबाज 27 रन के स्कोर पर पवेलियन लौट गए। यहां से अंबाती रायुडू (20) ने केदार जाधव के साथ पारी संभालने का प्रयास करते हुए चौथे विकेट के लिए 49 रन की साझेदारी की। यह जोड़ी आक्रामक होती उससे पहले ही क्रीमर ने रायुडू को चिगुम्बुरा के हाथों कैच करा दिया। कप्तान एमएस धोनी भी जल्दी आउट हो गए। भारत को केदार जाधव ने उम्दा बल्लेबाजी करके 6 विकेट पर 138 रन के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। उन्होंने 42 गेंदों में 7 चौकों और एक छक्के की मदद से 58 रन बनाए। अक्षर पटेल 20 रन बनाकर नाबाद रहे। लक्ष्य का पीछा करने उतरी ज़िम्बाब्वे ने भारत को कड़ी प्रतिस्पर्धा दी। मगर उसकी शुरुआत सही नहीं रही। चामू चिभाभा (5) के रूप में सरान ने तगड़ा झटका दिया। इसके बाद हैमिलटन मासाकाद्ज़ा (15) और वूसी सिबांडा ने 40 रन की भागीदारी करके टीम को संभाला। अक्षर पटेल ने मासाकाद्ज़ा को पगबाधा करके इस साझेदारी को तोड़ा। धवल कुलकर्णी ने खतरनाक सिबांडा (28) को पगबाधा करके भारत की वापसी कराई। इसके बाद चहल ने पीटर मूर (26) मंदीप सिंह के हाथों कैच कराके ज़िम्बाब्वे की मुश्किलें बढाई। यहां से भारत ने मैच पर शिकंजा कस लिया, लेकिन अंतिम ओवरों में ज़िम्बाब्वे ने एक बार फिर वापसी की। ज़िम्बाब्वे को अंतिम ओवर में 21 रन की दरकार थी। सरान की पहली गेंद पर मरुमा ने मिड विकेट के ऊपर से जोरदार छक्का जमाया। अगली ही गेंद वाइड रही। सरान पर दबाव साफ़ झलक रहा था और इसका असर तब और दिखा जब उनके द्वारा डाली गई तीसरी गेंद नो रही जिस पर मरुमा ने कवर्स के ऊपर से शानदार चौका जमाया। इसके बाद सरान ने लगातार दो गेंद खली डालकर भारत की उम्मीदें जीवित रखी। चौथी गेंद पर मरुमा ने एक रन दौड़कर चिगुम्बुरा को स्ट्राइक दी। चिगुम्बुरा ने ओवर की पांचवी गेंद पर चौंका जमाकर मैच रोमांचक बना दिया। आखिरी गेंद पर ज़िम्बाब्वे को चार रन की दरकार थी, सरान ने ऑफ स्टंप के बाहर फुलटॉस गेंद की जिस पर चिगुम्बुरा सही से बल्ला अडा सके और कवर्स में चहल को आसन कैच थमा बैठे। इस तरह भारत ने बेहद रोमांचक मुकाबले में ज़िम्बाब्वे को तीन रन से हराकर सीरीज पर कब्ज़ा किया। भारत की तरफ से धवल कुलकर्णी और बरिंदर सरान ने दो-दो विकेट लिए। अक्षर पटेल और युज्वेंद्र चहल को एक-एक सफलता मिली। स्कोरबोर्ड भारत - (केदार जाधव 58, डोनाल्ड तिरिपानो 20/3) ज़िम्बाब्वे - (वूसी सिबांडा 28, धवल कुलकर्णी 23/2)

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