क्रोधित बीसीसीआई भारतीय टीम को चैंपियंस ट्रॉफी 2017 में हिस्सा लेने से रोक सकता है

Rahul

एक जून से होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम के खेलने के अनुमान कम लगाये जा रहे हैं। अगर ऐसा होता हैं तो यह खबर भारतीय क्रिकेट फैंस के साथ-साथ विश्व क्रिकेट के लिए भी दुखद होगी। इसका कारण बीसीसीआई और आईसीसी के बीच चल रहा विवाद ‘बिग थ्री फोर्मुले’ को माना जा रहा हैं। बिग थ्री फार्मूला तीन देशो ( भारत,ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड ) के बोर्ड के हिस्सेदारी और सभी देशों से ज्यादा लाभ लेने के लिए बनाया हुआ हैं। ये तीनों बोर्ड विश्व के सबसे ताकतवर बोर्ड हैं। आईसीसी के नए नियमों के अनुसार किसी भी आईसीसी टूर्नामेंट में होने वाली कमाई में भारत की हिस्सेदारी के साथ-साथ उसकी अधिकारिक ताकत को सीमित करने का फैसला लिया हैं। बीसीसीआई ने इस फैसले के खिलाफ जाकर भारतीय टीम के खेलने पर संशय लगा दिया हैं। स्पोर्ट्सकीड़ा सूत्रों के मुताबिक बीसीसीआई के अधिकारियों ने कहा है कि अगर आईसीसी 'बिग थ्री' पर वापस नहीं लौटती है तो उसके पास मेंबर्स पार्टिसिपेशन एग्रीमेंट ( MPA) के तहत चैंपियंस ट्रॉफी से हटने का अधिकार है। दो घंटो तक चली विशेष आम बैठक (SGM) में बीसीसीआई के अधिकारियों ने आईसीसी के नए नियमों पर चिंतन करने के बाद यह फैसला लिया। 'बिग थ्री' फॉर्मूले के तहत भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड को आईसीसी के राजस्व का बड़ा हिस्सा मिलता है। बिग थ्री मॉडल का समर्थन करने के लिए एक तिहाई सदस्यों की आवश्यकता होती हैं जिसके लिए भारत के साथ तीन अन्य बोर्ड भी आ सकते हैं जिनमे शामिल हैं श्रीलंका बांग्लादेश और ज़िम्बाब्वे। चैंपियंस ट्रॉफी एक जून से शुरू होने वाली हैं भारत का पहला मुकाबला चिर-प्रतिद्वंदी पाकिस्तान से 4 जून को होगा। इस विवाद को सुलझाने का बीसीसीआई और आईसीसी के पास अभी एक महीने से ज्यादा का समय हैं। अगर यह विवाद सुलझता हैं तो यह खबर भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए खुशी की खबर होगी। भारतीय क्रिकेट टीम ने 1 बार आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का ख़िताब अपने नाम किया जबकि 2002 में श्रीलंका के साथ उसे ख़िताब साझा करना पड़ा था।