वानखेड़े स्टेडियम पर इस सत्र के पहले रणजी ट्रॉफी मुक़ाबले में सर्वकालिक रणजी रिकॉर्ड टूटा और दो तीहरे शतक लगे। इस पिच के बारे में ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि भारत और इंग्लैंड के बीच चौथे टेस्ट में यह जल्दी ही स्पिनरों को मदद करना शुरू कर देगी। ऐसा लगता है कि यह विकेट तीसरे दिन टर्न करना शुरू होगी। महाराष्ट्र और दिल्ली के बीच हुए रणजी मुक़ाबले में 1283 रन बने तथा पूरे मैच में सिर्फ 12 विकेट गिरे और मैच ड्रॉ रहा। इसके बाद आंध्रा और हरियाणा के मैच में दोनों टीमों में से कोई भी टीम 300 से अधिक का स्कोर नहीं कर पाई और गेंदबाजों ने पूरी तरह दबदबा बनाए रखा। चौथे टेस्ट के लिए पिच गेंदबाजों को मददगार होगी या बल्लेबाजों को यह अनुमान लगाना थोड़ा मुश्किल है। लेकिन MCA मैदान के स्टाफ के अनुसार चौथे टेस्ट की पिच धीरे-धीरे टर्न होना शुरू होगी और इसके लिए कोई खास तैयारियां नहीं की गई। पीटीआई से बात करते हुए एक सूत्र ने कहा "विकेट सामान्य रहेगी। यह पहले दिन से टर्न लेना शुरू नहीं होगी और तीसरे दिन से धीरे-धीरे स्पिन के लिए मददगार होगी। कोई खास तैयारी नहीं की गई है। वर्ल्ड टी20 और रणजी मैच यहां खेले गए हैं। हमें एक अंतर्राष्ट्रीय मैच के लिए अच्छी पिच तैयार करनी होती है, और हमने की भी है।" सूत्र ने यह भी कहा कि हमारे पास विकेट तैयार करने के लिए पर्याप्त समय है, यहां होने वाला एक घरेलू क्रिकेट का मुक़ाबला भी शिफ्ट कर दिया गया है। उनके अनुसार "एक रणजी ट्रॉफी मुक़ाबला यहां से दूसरी जगह शिफ्ट करने के बाद हमारे पास विकेट तैयार करने के लिए 20 दिन का समय था, मेरे ख्याल से इसमें कुछ उछाल होगा। हम इसमें सामान्य प्रक्रिया के तहत पानी दे रहे हैं, हल्की ओस को ध्यान में रखते हुए हम पानी दे रहे हैं। ओस के कारण इसमें कम पानी उपयोग किया गया है।" भारत ने वानखेड़े स्टेडियम पर खेले 24 में से 10 टेस्ट मैचों में जीत दर्ज की है, 2013 में यहां अंतिम टेस्ट खेला गया था जो पूर्व भारतीय कप्तान सचिन तेंदुलकर का 200वां टेस्ट था। इंग्लैंड का रिकॉर्ड यहां अच्छा रहा है, इस टीम ने यहां खेले गए 7 टेस्ट मैचों में से 3 में जीत दर्ज की है। भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का चौथा मुक़ाबला 8 दिसंबर से शुरू होगा। सीरीज में भारत 2-0 से आगे चल रहा है।