भारतीय क्रिकेट टीम के लिए पिछले कुछ महीनें काफ़ी शानदार बीत रहे हैं, विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया एक नए आयाम पर पहुंच चुकी है। टेस्ट में बेस्ट बन चुकी कोहली एंड कंपनी सीमित ओवर में भी बेहतरीन दौर से गुज़र रही है। इसकी सबसे बड़ी वजह है भारत का ऑलराउंड खेल, बल्लेबाज़ी से लेकर गेंदबाज़ी और फ़ील्डिंग में भी विराट कोहली की ये टीम कमाल कर रही है। टीम इंडिया के इस बेहतरीन प्रदर्शन के बाद ऐसा लगता है कि भारतीय क्रिकेट टीम में अब कोई कमी नहीं है। लेकिन क्या सच में ऐसा है ? इस सवाल का जवाब भले ही हमें वनडे क्रिकेट या टी20 में देखने को न मिले, पर टेस्ट में एक जगह है जहां दुनिया की नंबर-1 टीम परेशान है। क्रिकेट का सर्वोच्च फ़ॉर्मेट टेस्ट को माना गया है, ऐसा कहा जाता है कि टेस्ट क्रिकेट सही मायनों में हर खिलाड़ी के लिए एक इम्तिहान की तरह होता है। हालांकि इस परीक्षा में भी भारतीय टीम ने टॉप किया है जिसकी गवाही आईसीसी की टेस्ट रैंकिंग देती है, जहां हम नंबर-1 पर काबिज़ हैं। इन सबके बावजूद टेस्ट क्रिकेट में कोहली के पास स्लिप में बेहतर खिलाड़ियों की कमी है। जिसका नज़ारा हमें पिछले कुछ दिनों से देखने को मिल रहा है, टीम इंडिया की ग्राउंड फ़ील्डिंग तो शानदार है लेकिन बात जब स्लिप की आती है तो ये वह स्थान है जहां हाल के दिनों में भारत ने कई कैच टपकाए हैं। दिल्ली टेस्ट में तो भारत की इस समस्या से श्रीलंका को काफ़ी फ़ायदा हुआ और एंजेलो मैथ्यूज़ के साथ साथ दिनेश चांडीमल ने अपना शतक भी पूरा किया। विराट कोहली भी इन स्थानों के लिए लगातार प्रयोग कर रहे हैं और बदल बदल कर खिलाड़ियों को वहां रखते हैं पर अजिंक्य रहाणे को छोड़ दें तो स्लिप का कोई भी स्पेशलिस्ट फ़ील्डर मौजूदा समय में भारतीय क्रिकेट टीम में नज़र नहीं आता। इस स्थान पर अब तक शिखर धवन, चेतेश्वर पुजारा, रोहित शर्मा, आर अश्विन और ख़ुद विराट कोहली भी कई बार फ़ील्डिंग करने आए तो हैं। लेकिन इन नामों में से सभी ने कम से कम एक कैच ज़रूर टपकाया है, टेस्ट क्रिकेट में एक कैच की बहुत बड़ी अहमियत होती है। और जब भारत को अगले महीने दक्षिण अफ़्रीका दौरे पर जाना है, जहां की तेज़ पिचों पर बल्ले का किनारा लेकर स्लिप में खड़े खिलाड़ियों के पास गेंद और भी तेज़ी से पहुंचती है। ऐसे में कोहली को अच्छे स्लिप फ़ील्डर्स की कमी वहां और भी परेशान कर सकती है। यही वजह है कि वह इन स्थानों के लिए कई खिलाड़ियों को आज़मा रहे हैं। कभी इन स्थानों पर राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण और सचिन तेंदुलकर का वर्चस्व हुआ करता था, लेकिन इन खिलाड़ियों के संन्यास लेने के बाद बल्लेबाज़ी में तो इनकी जगह भरती दिख रही है पर स्लिप में अभी भी अजिंक्य रहाणे को छोड़कर कोई भी स्पेशलिस्ट क्षेत्ररक्षक भारत को नहीं मिला है, जिसकी तलाश जारी है।