भारतीय क्रिकेट टीम ने एंटिगुआ टेस्ट के तीसरे दिन वेस्टइंडीज़ को 243 रनों पर ऑलआउट करते हुए उन्हें फ़ॉलोऑन कराया, और बड़ी बढ़त हासिल करते हुए जीत की नींव तैयार कर दी है। वेस्टइंडीज़ को दबाव में लाना और उन्हें जल्द से जल्द आउट करने के पीछे प्लान था मेडन ओवर। इस बात का ख़ुलासा किया है तेज़ गेंदबाज़ उमेश यादव ने, 41 रन देकर 4 विकेट लेने वाले इस तेज़ गेंदबाज़ के मुताबिक़ वेस्टइंडीज़ की परिस्थिति देखते हुए ये फ़ैसला लिया गया था। भारत ने कुल 103.2 ओवर डाले जिसमें 34 ओर मेडन थे। ''ये सब एक प्लानिंग का हिस्सा था, वेस्टइंडीज़ की पारी से पहले हमने फ़ैसला किया था कि उन्हें ज़्यादा से ज़्यादा मेडन ओवर कराएंगे ताकि बल्लेबाज़ परेशान हों और दबाव में आकर ग़लत शॉट्स लगाएं। जैसा हमने सोचा था ठीक वैसा ही हुआ और उसका नतीजा आपके सामने है।'' :उमेश यादव उमेश यादव और मोहम्मद शमी ने वेस्टइंडीज़ की पहली पारी को ढेर करने में अहम भूमिका निभाई थी। उमेश और मोहम्मद शमी ने आपस में 8 विकेट साझा किए थे, दोनों की ही झोली में 4-4 शिकार गए। ''विकेट में तेज़ गेंदबाज़ों के लिए कुछ नहीं था, यहां तक कि हवा भी हमारे विपरित दिशा में ही चल रही थी। कभी ज़रूरत से ज़्यादा गेंद स्वींग हो रही थी तो, कभी बिल्कुल नहीं, हमारी गेंदबाज़ी काफ़ी प्रभावित हो रही थी। इसलिए हमने ये फ़ैसला किया और हाफ़ चांस को भी मुमकिन करने का ठाना था।" : उमेश यादव अपने साथी गेंदबाज़ मोहम्मद शमी की शानदार वापसी पर भी उमेश ने कहा, "वह एक शानदार गेंदबाज़ हैं, चोट से लौटने के बाद वह पूरी तरह फ़िट हैं। उन्हें ये बताने की ज़रूरत नहीं कि गेंद कहां औऱ कैसे डालनी है। उनके पास इनस्वींग, आउटस्वींग और बाउंसर सब कुछ है, वह एक स्मार्ट गेंदबाज़ हैं।" मोहम्मद शमी ने इससे पहले आख़िरी टेस्ट ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफड उन्हीं के घर में खेला था और 2015 वर्ल्डकप के सेमीफ़ाइनल मुकाबले के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाज़ी कर रहे हैं।