भारत में कोचिंग करना हमेशा से ही फायदेमंद रहा है: माइकल बेवन

क्रिकेट का खेल देखने में जितना आसन लगता है अंदर से वो उतना ही मुश्किल होता है। ये तब साबित होता है जब खिलाड़ी इस खेल में जीत हासिल करने के लिए बेशुमार पसीना बहाते हैं। भले ही हम मैदान के बाहर बैठकर कितना ही नुक्स निकाल लें पर जो मैदान के अंदर होता है ये सिर्फ वो ही जानता है कि किसी भी मैच को जीतने के लिए उसे क्या क्या दाव पर लगाना पड़ता है। बात अगर किसी एक सफल क्रिकेट टीम की करी जाये तो विश्व क्रिकेट में कई ऐसी टीमें हैं जो अपने अपने वक़्त में सबसे सफल और मज़बूत रहीं हैं। एक सम्पूर्ण टीम सिर्फ खिलाड़ी और कप्तान की वजह से नहीं बनती बल्कि उसे सम्पूर्ण बनाता है उस टीम का कोच जो भले ही मैच के वक़्त मैदान से बाहर होता है पर उस खेल में वो भी उतना ही शामिल होता है जितना कि टीम के सभी खिलाड़ी। किसी भी टीम का कोच एक मात्र ऐसा व्यक्ति होता है जो टीम के हर अच्छे और बुरे वक़्त में आगे बढ़कर उसे संभालता है। टीम अगर जीतती है तो कप्तान को श्रेय दिया जाता है पर अगर हारती है तो कहीं न कहीं कप्तान के साथ-साथ कोच भी लोगों के घुस्से का शिकार हो जाता है। शायद इसी लिए किसी ने कहा है कि ‘अच्छा खिलाड़ी तो हर टीम में मिल जायेगा पर एक अच्छा और सफल कोच किसी खुश नसीब टीम को ही मिलता है’। क्रिकेट इतिहास में कई बड़े खिलाड़ी गुज़रे हैं जो संन्यास के बाद टीम के कोच भी रहे हैं। ऐसे ही एक खिलाड़ी हैं पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज माइकल बेवन, जिन्हें वर्ल्ड क्रिकेट में बेस्ट फिनिशर के रूप में जाना जाता है। बेवन इस समय उद्घाटक तमिलनाडू प्रीमियर लीग की एक टीम मदुरई सुपर जायंट्स के कोच के रूप में सामने आये हैं। इससे पहले बेवन इंडियन क्रिकेट लीग की टीम चेन्नई सुपरस्टार्स के भी कोच रह चुके हैं। बेवन ने अपने करियर में 18 टेस्ट मैच और 232 वनडे मैच खेले हैं जिनमें उनका प्रदर्शन लाजवाब रहा है। टीएनपीएल में कोच पद के बारे में पूछे जाने पर बेवन ने कहा “मैंने इसके लिए ज्यादा मेहनत नहीं की है और भारत में मैंने पिछले कुछ सालों से कोचिंग भी नहीं की है। लेकिन भारत में कोचिंग करने में मुझे बड़ा मज़ा आता है हालांकि परिस्थितियां काफी चुनौतीपूर्ण होती हैं पर इससे मुझे फायदा भी बहुत पहुंचता है और यही वजह है कि मुझे भारत में टीम को कोच करना बेहद पसंद है”। माइकल बेवन 27 अगस्त से शुरू हो रहे टीएनपीएल में अपनी टीम मदुरई सुपर जायंट्स के साथ नज़र आयेंगे। अब देखना ये है कि इस ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज के अनुभव का टीम कितना फायदा उठा सकती है।