पिछले इंग्लैंड दौरे के आख़िरी टेस्ट में खेलने वाले भारतीय क्रिकेटर्स अब कहां हैं ?

VIJAY

साल 2018 में होने वाले इंग्लैंड दौरे के लिए टीम इंडिया अभी से तैयारी कर रही है, हम पिछले इंग्लैंड दौरे में खेलने वाले भारतीय खिलाड़ियों का विश्लेषण कर रहे हैं। टीम इंडिया आख़िरी बार साल 2014 में इंग्लैंड के दौरे पर गई थी। भारत ने दूसरा टेस्ट मैच जीता था और सीरीज़ में 1-0 की बढ़त हासिल की थी, इसके बावजूद टीम इंडिया 1-3 से सीरीज़ हार गई थी यहां हम ओवल में खेले गए आख़िरी टेस्ट मैच के 11 खिलाड़ियों के मौजूदा करियर के बारे में बता रहे हैं। भारत को 2014 के ओवल टेस्ट मैच में इंग्लैंड से 244 रन से हार मिली थी। # 1 मुरली विजय मुरली विजय ने विदेशी मैदान में पहला टेस्ट शतक इंग्लैंड के 2014 दौरे पर ही बनाया था। नॉटिंघम के ट्रेंटब्रिज मैदान पर उन्होंने पहली पारी में शानदार 146 रन बनाए थे और दूसरी पारी में अर्धशतक लगाया था। इंग्लैंड और भारत के बीच ये मैच ड्रॉ रहा था। उसके बाद से वह सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर टीम इंडिया की पहली पसंद बन गए, मुरली का 52 टेस्ट मैचों में बल्लेबाज़ी औसत 39.62 है। फ़िलहाल उनकी उम्र 33 साल है और इंग्लैंड दौरे पर जाने के वक़्त विजय 34 साल के हो जाएंगे, ये उनका दूसरा और शायद आख़िरी इंग्लैंड दौरा होगा। # 2 गौतम गंभीर GAMBHIR जब गौतम गंभीर 2014 के इंग्लैंड दौरे पर गए थे तो उनको टेस्ट करियर में 10 साल का तजुर्बा हो चुका था, लेकिन तब तक वह टीम इंडिया के बैक-अब सलामी बल्लेबाज़ बन चुके थे, क्योंकि उस वक़्त शिखर धवन और मुरली विजय का उदय हो चुका था। उनको पहले 3 टेस्ट खेलने का मौक़ा नहीं मिला था, लेकिन वह ओल्ड टैफ़र्ड और ओवल में आखिरी दो टेस्ट मैच में उतरे थे। 4 पारियों में बेहतर प्रदर्शन न कर पाने की वजह से उनको काफ़ी वक़्त तक टीम से बाहर रहना पड़ा था। साल 2016 के न्यूज़ीलैंड दौरे पर गंभीर की वापसी हुई थी। न्यूज़ीलैंड सीरीज़ के बाद गंभीर तो नवंबर 2016 में इंग्लैंड के ख़िलाफ घरेलू सीरीज़ में खेलने का मौक़ा मिला। अब उनकी उम्र 36 साल हो चुकी है, ऐसे में शायद ही टीम इंडिया के लिए वह कोई मैच खेल पाएं। # 3 चेतेश्वर पुजारा PUJA पुजारा पिछले इंग्लैंड दौरे में खेलने वाले एक अहम खिलाड़ी हैं। साल 2014 में जब भारत और इंग्लैंड के बीच वनडे सीरीज़ जारी थी, उस वक़्त उन्होंने डर्बीशायर क्लब के लिए आख़िरी 3 मैच खेला था। साल 2015 में वह एक बार फिर इंग्लैंड लौटे और काउंटी चैंपियंस यॉर्कशायर को टाइटल जीतने में मदद की। साल 2017 में वह नॉटिंघमशायर के प्रचार अभियान का हिस्सा थे। काउंटी खेल में योगदान के बावजूद वो इंग्लैंड में भारतीय टेस्ट का अहम हिस्सा थे। फ़िलहाल पुजारा ने 51 टेस्ट मैच खेला है, उनका बल्लेबाज़ी औसत 52.26 है, इसके अलावा उन्होंने टेस्ट में 13 शतक लगाए हैं। अगले साल होने वाले इग्लैंड दौरे पर उनको बेहतर प्रदर्शन करना ही होगा ताकि टीम इंडिया को इसका फ़ायदा मिल सके। # 4 विराट कोहली KOHLI विराट कोहली अपने पिछले प्रदर्शन और शोहरत की बदौलत इंग्लैंड दौरे पर आए थे, लेकिन टेस्ट मैच के दौरान वह अपने खेल को लेकर जद्दोजहद करते दिखे। आगे चलकर वह विश्व के एक बेहतरीन खिलाड़ी बनकर उभरे। फ़िलहाल टेस्ट में उनका बल्लेबाज़ी औसत 50.12 है और उन्होंने टेस्ट में 18 शतक लगाए हैं। कोहली 2014 के इंग्लैंड दौरे के वक़्त टीम इंडिया के उप-कप्तान थे, महेंद्र सिंह धोनी के टेस्ट से संन्यास के बाद कोहली को भारत का उप-कप्तान बनाया गया था। मौजूदा दौर में वह अंतर्राष्ट्रीय सुपरस्टार हैं, जब कोहली 2018 में इंग्लैंड के दौरे पर जाएंगे तो सभी क्रिकेट प्रेमियों को उम्मीद होगी की वह वहां के माहौल में शानदार खेल दिखाएं। #5 अजिंक्य राहाणे RAHANE पिछले इंग्लैंड दौरे के वक़्त पुजारा और कोहली के अलावा अजिंक्य राहाणे भारतीय बल्लेबाज़ी की रीढ़ थे। इंग्लिश माहौल में उन्होंने अपने बल्ले से कमाल दिखाया था। वो उन चुनिंदा बल्लेबाज़ो में थे जिन्होंने इंग्लैंड में अपनी छाप छोड़ी थी। लंदन के लॉर्ड्स में दूसरे टेस्ट में राहाणे ने शानदार शतक लगाया था। साल 2015 में वो एक टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगाने वाले 5वें भारतीय बल्लेबाज़ बन गए थे। साल 2017 में विराट कोहली की चोट की वजह से राहाणे को ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ धर्मशाला टेस्ट में कप्तानी का मौका भी मिला था। इस वक़्त वह एक चोटी के टेस्ट बल्लेबाज़ बन चुके हैं। बल्लेबाज़ी के अलावा राहाणे को स्लिप में कैच पकड़ने की महारत हासिल है। उन्होंने फ़ीलडिंग में कई रिकॉर्ड बनाए हैं। 5 अगस्त 2015 में गॉल मैदान में श्रीलंका के ख़िलाफ़ उन्होंने एक टेस्ट मैच में सबसे ज़्यादा कैच लपकने का रिकॉर्ड बनाया है। इस मैच में राहाणे ने 8 कैच पकड़े थे। # 6 महेंद्र सिंह धोनी DHONI महेंद्र सिंह धोनी ने इंग्लैंड दौरे के बाद दिसंबर 2014 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। उसके बाद उन्होंने कुछ वक़्त के लिए वनडे में कप्तानी जारी रखी, लेकिन अब वह सीमित ओवर के मैच में बल्लेबाज़ी और विकेटकीपिंग पर ही ध्यान दे रहे हैं। धोनी ने अपना आख़िरी टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ खेला था। टेस्ट करियर में उनके नाम सबसे ज़्यादा स्टंपिंग का रिकॉर्ड दर्ज है। उन्होंने संगाकारा का रिकॉर्ड तोड़ा था और 134 स्टंपिंग का आंकड़ा पूरा किया था। #7 स्टुअर्ट बिन्नी BINNY स्टुअर्ट बिन्नी भारत के पूर्व ऑलराउंडर रोजर बिन्नी के बेटे हैं, उन्होंने साल 2014 के इंग्लैंड दौरे के दौरान अपने टेस्ट करियर का आग़ाज़ किया था। अपने पिता की तरह स्टुअर्ट का चयन ऑलराउंडर के तौर पर हुआ था लेकिन वह बल्ले और गेंद दोनों से कमाल दिखाने में नाकाम रहे। स्टुअर्ट ने भारत के लिए 6 टेस्ट मैच खेले हैं, उन्होंने अगस्त 2016 के बाद एक भी टेस्ट मैच नहीं खेला है। फ़िलहाल स्टुअर्ट बिन्नी आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर बैंगलौर के मुख्य खिलाड़ी हैं। उन्होंने वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ टी-20 मैच में लगातार 5 गेंद में 5 छक्के लगाए थे। # 8 रविचंद्रन अश्विन ASHWIN मौजूदा दौर में आर अश्विन विश्व के टॉप स्पिन गेंदबाज़ बन चुके हैं, हांलाकि इंग्लैंड दौरे की शुरुआत में उनको बेहतर गेंदबाज़ी को लेकर काफ़ी मशक़्क़त करनी पड़ी थी। साल 2014 के आख़िर में ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए उनका चयन नहीं हुआ था। अश्विन ने अपने खेल में काफ़ी सुधार किया, जिसकी वजह से उन्होंने टेस्ट में वापसी की थी। साल 2015 में श्रीलंका के ख़िलाफ़ हुई घरेलू सीरीज़ में अश्विन को मैन ऑफ़ द सीरीज़ से नवाज़ा गया था। दक्षिणअफ़्रीका के ख़िलाफ़ उन्होंने 3 मैच में 31 विकेट हासिल किए थे। उसके बाद साल 2016 में उन्हें बेहतर प्रदर्शन का इनाम भी मिला। अश्विन को उस साल आईसीसी क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर और आईसीसी टेस्ट क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर का ख़िताब मिला। कई बार अश्विन अपने बल्ले से भी कमाल दिखाते हैं, उम्मीद है कि उनकी इन सभी ख़ूबियों का अगले इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया को फ़ायदा मिलेगा। #9 भुवनेश्वर कुमार BHUVI साल 2014 के इंग्लैंड दौरे के वक़्त भुवनेश्वर कुमार का टेस्ट में तजुर्बा कुछ ख़ास नहीं था लेकिन जल्द ही उन्होंने टीम में अपनी जगह पक्की कर ली। भुवी ने 19 टेस्ट में 27.19 की औसत से 53 विकेट हासिल किए हैं। वो नई गेंद से भी कमाल दिखाने में माहिर हैं। इंग्लैंड दौरे के लिए वो तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं। पिछले कोलकाता टेस्ट में भुवनेश्वर कुमार को श्रीलंका के ख़िलाफ़ बेहतरीन गेंदबाज़ी के लिए मैन ऑफ़ द मैच से नवाज़ा गया था। अगर वो ऐसा ही प्रदर्शन जारी रखते हैं तो भारत के लिए अच्छा होगा। #10 वरुण एरॉन VARUN ARON इंग्लैंड दौरे के वक़्त पहले 3 टेस्ट मैच में वरुण एरॉन को मौक़ा नहीं मिल पाया था। आख़िरी 2 टेस्ट मैच में वह मैदान पर तो आए लेकिन उनका प्रदर्शन साधारण ही रहा था। हांलाकि आईपीएल की टीम किंग्स इलेवन पंजाब में वह कई बार खेले लेकिन उनको अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का मौका फिर नहीं मिला। वरुण ने अपना आख़िरी अंतर्राष्ट्रीय मैच दक्षिणअफ़्रीका के ख़िलाफ़ साल 2015 में खेला था। उन्होंने 9 टेस्ट मैच में 52.61 की औसत से 18 विकेट हासिल किए हैं। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनका औसत 32.65 है, ऐसे में शायद ही उनको दोबारा इंग्लैंड दौरे पर जाने का मौक़ा मिलेगा। # 11 इशांत शर्मा ISHANT इशांत शर्मा ने 11 साल पहले 18 साल की उम्र में अपना टेस्ट करियर शुरु किया था। साल 2014 के इंग्लैंड दौरे पर लॉर्ड्स में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में उन्होंने अपने करियर की सबसे बढ़ियां गेंदबाज़ी की थी। इशांत ने 74 रन देकर 7 विकेट हासिल किए थे, जिसकी बदौलत भारत को 95 रन की जीत मिली थी। फ़िलहाल वह श्रीलंका के ख़िलाफ़ भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा हैं। अगर उनको फिर इंग्लैंड में खेलने का मौक़ा मिलता है तो उन्हें शानदार प्रदर्शन करना होगा।