भारतीय क्रिकेट टीम अपने लंबे सीज़न के लिए तैयार है, जहां उसे सिर्फ़ 6 दिन बाद न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ टेस्ट सीरीज़ का आग़ाज़ करना है। कानपुर में होने वाले पहले टेस्ट मैच पर डेंगू का ख़तरा मंडरा रहा है। 22 सितंबर से होने वाला ये टेस्ट मैच ख़ाली स्टैंड्स में खेला जा सकता है। कानपुर शहर पूरी तरह से डेंगू के चपेट में है, अब तक क़रीब 800 लोगों को डेंगू टेस्ट में पॉज़ीटिव पाया गया है। इतना ही नहीं, इस टेस्ट मैच के लिए जो सुरक्षा बल को तैनात किया गया है, उनके इनचार्ज भी डेंगू के चपेट में हैं, जिसमें ASP जितेश श्रीवास्तव भी शामिल हैं। ''क़रीब 300 पुलिस सुरक्षा बल डेंगू की चपेट में हैं और उनका इलाज अस्पताल में चल रहा है। जिसमें कई थानाध्यक्ष और इंचार्ज शामिल हैं। '': शलभ माथुर, SSP, कानपुर अभी हाल ही में कानपुर ग्रीन पार्क स्टेडियम के पास कचरों का अंबार देखा गया था, जिसके बाद उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ के सचिव राजीव शुक्ला ने जल्द ज्लद से उसे साफ़ करने का आदेश दिया था। ''अब तक स्टेडियम में और स्टेडियम के आस पास मच्छरों को भगाने के लिए फ़ॉगिंग भी नहीं की गई है। UPCA ने पहले ही ज़िलाधिकारी और स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी दे रखी है, लेकिन अब तक कोई इंतज़ाम नहीं किया गया है।'' : राजीव शुक्ला, सचिव, UPCA उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ ने इसको देखते हुए एक बैकअप प्लान भी तैयार किया है, अगर डेंगू की वजह से दर्शक मैदान में न आ पाएं तो फिर क्रिकेट संघ स्कूल और कॉलेज के छात्र-छात्राओं के लिए फ़्री एंट्री भी कर सकती है। ताकि ख़ाली स्टैंड्स में मैच कराने की नौबत न आन पड़े। उत्तर भारत में इस समय डेंगू और चिकुनगुनिया ने कई लोगों को अपनी चपेट में ले रखा है, देश की राजधानी दिल्ली भी इसके क़हर से बच नहीं पाई है। दिल्ली में भी कई लोगों की जान इस बीमारी ने लील ली है।