पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान जावेद मियांदाद ने एक बार फिर से भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय श्रृंखला के आयोजन पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि ये दोनों देशों के बोर्डों की जिम्मेदारी है कि आपस में द्विपक्षीय सीरीज हो। एक इंटरव्यू के दौरान जावेद मियांदाद ने कहा कि आईसीसी से उन्हें कोई उम्मीद नहीं है इसलिए दोनों देशों के क्रिकेट बोर्डों को द्विपक्षीय सीरीज के लिए अपनी सरकार से बात करनी चाहिए, ताकि भारत और पाकिस्तान के बीच मैच हो सके। मियांदाद ने कहा कि भारत और पाकिस्तान की सीरीज एशेज सीरीज से कहीं ज्यादा बड़ी होती है। अगर हम अपने मुद्दे सुलझा लें तो फिर दोनों देश क्रिकेट जगत पर राज कर सकते हैं। उन्होंने कहा है कि ये पहली बार नहीं है जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव इतना बढ़ गया हो। इससे पहले भी ऐसा हो चुका है लेकिन उस माहौल में भी क्रिकेट पर कोई असर नहीं पड़ा। बल्कि इससे दोनों देशों की सरकारों को करीब आने का मौका मिला। मियांदाद ने कहा कि अगर भारत-पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय श्रृंखला होती है तो इससे दोनों देशों के राजनैतिक रिश्तों में भी सुधार आएगा। उन्होंने आगे कहा कि अगर भारत और पाकिस्तान की टीमें आईसीसी के इवेंट जैसे विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी में एक दूसरे के खिलाफ खेल सकती हैं तो फिर उनकी आपस में द्विपक्षीय सीरीज क्यों नहीं हो सकती है। मियांदाद ने कहा कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप या फिर किसी और आईसीसी द्वारा समर्थित लीग का क्या मतलब है जब भारत और पाकिस्तान आपस में क्रिकेट नहीं खेल सकते हैं। उन्होंने आईसीसी से आग्रह किया कि वो टी20 लीग और उसमें होने वाली फिक्सिंग की घटनाओं पर कड़ी नजर रखें। गौरतलब है 2008 में मुंबई बम ब्लास्ट के बाद से केवल एक बार भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय श्रृंखला का आयोजन हुआ है। हालांकि इस दौरान दोनों टीमें आईसीसी इवेंट में एक दूसरे के साथ खेलती रही हैं।