विराट कोहली के नेतृत्व वाली भारतीय टीम बुधवार से राजकोट के मैदान पर इंग्लैंड टीम के खिलाफ पुरानी प्रतिद्वंदिता की पुनः शुरुआत करेगी। भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट कल से शुरू होगा, जिसमें मेजबान टीम का पलड़ा भारी नजर आ रहा है। भारतीय टीम ने हाल ही में न्यूजीलैंड को टेस्ट सीरीज में हराया था और वह अब इंग्लैंड को पहले टेस्ट में हराकर अपनी विजयी लय बरकरार रखना चाहेगी। भारतीय टीम इस समय शानदार लय में है और वह टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर काबिज है। वहीं इंग्लैंड की टीम इस समय टेस्ट रैंकिंग में चौथे स्थान पर है। मेजबान टीम ने पिछले कुछ समय में श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका, वेस्टइंडीज और न्यूजीलैंड को टेस्ट सीरीज में मात देकर शीर्ष स्थान हासिल किया है। विराट की सेना ने पिछली टेस्ट सीरीज में न्यूजीलैंड का अपने घर में 3-0 से सफाया किया था और उसके हौसले काफी बुलंद हैं। वहीं इंग्लैंड ने बांग्लादेश के खिलाफ पिछली सीरीज 1-1 से ड्रॉ खेली। बांग्लादेश ने दूसरे टेस्ट में एलिस्टर कुक की टीम को हराकर इतिहास रचा था। भारतीय टीम की कोशिश इंग्लैंड के खिलाफ भी सीरीज जीत पर होगी ताकि वह अपनी बादशाहत कायम रख सके। इंग्लैंड की टीम 28 साल बाद भारत में पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने के लिए आई है। राजकोट का मैदान अब टेस्ट केंद्र की सूची में शामिल होने जा रहा है। राजकोट का मैदान पहली बार अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट मैच का आयोजन करने जा रहा है। भारतीय टीम को अपने घर में इंग्लैंड से चार वर्ष पहले मिली मात का भी बदला लेना है। बता दें कि 2012 में इंग्लैंड ने भारत का दौरा किया था और पहला टेस्ट गंवाने के बाद जोरदार वापसी करते हुए 2-1 से सीरीज अपने नाम की थी। इससे पहले भारत को 2011-12 इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट सीरीज में 4-0 का वाइटवॉश झेलना पड़ा था। विराट कोहली इन दोनों ही टीमों के सदस्य थे। अब कोहली ब्रिगेड का इरादा इंग्लैंड को धूल चटाने का होगा। लोकेश राहुल, शिखर धवन और रोहित शर्मा के चोटिल होने के बावजूद भारत का बल्लेबाजी क्रम मजबूत है। टीम को अपनी रनमशीन विराट कोहली से खासी उम्मीद होगी। वैसे कोहली का रिकॉर्ड इंग्लैंड के खिलाफ कोई खास नहीं रहा है। मुरली विजय और गौतम गंभीर पर टीम को शानदार ओपनिंग देने का दबाव होगा। उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने भी न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में अच्छा प्रदर्शन किया था। लोकल बॉय और इन फॉर्म बल्लेबाज चेतेश्नर पुजारा की मजबूत कंधों पर भी टीम का दारोमदार होगा। टीम की गेंदबाजी की कमान इस वक्त दुनिया के टॉप रैंक टेस्ट गेंदबाज रविचन्द्रन अश्विन के हाथों होगी। तेज गेंदबाजी का जिम्मा उमेश यादव, मोहम्मद शमी संभालेंगे। वहीं मेहमान टीम को कप्तान एलिस्टर कुक और जो रूट से एक बार फिर रनों की बरसात की उम्मीद होगी। हालांकि उसे अपने सबसे अनुभवी तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन की कमी खलेगी जो कंधे की चोट से उबर नहीं पाए हैं और पहले टेस्ट में टीम का हिस्सा नहीं हैं। DRS का इस्तमाल यह भारत में पहली टेस्ट सीरीज होगी, जिसमें अंपायरों के फैसले की समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) का इस्तेमाल किया जाएगा जिसका बीसीसीआई अब तक विरोध करता रहा है। ऐसा है पिच का मिजाज पिच के बारे में बात करते हुए कुंबले कहते हैं कि 'यहां पहली बार टेस्ट होगा, इसलिए पिच कैसा बर्ताव करेगी ये कहना मुश्किल है।' पिच फ्लैट होने की वजह से बल्लेबाजों को फायदा मिलने की उम्मीद है। पिच को देखते हुए ही नायर और पांड्या में से किसी एक खिलाड़ी को टीम इंडिया में डेब्यू करने का मौका मिलेगा। राजकोट पर भारतीय टीम का ऐसा रहा रिकॉर्ड भारत ने यहां दो वनडे और एक टी20 सहित कुल तीन मैच खेले, जिसमें से सिर्फ एक में जीत मिली। वनडे में टीम इंडिया को 2013 में इंग्लैंड के खिलाफ 9 रन और अक्टूबर, 2015 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 18 रन से हार का सामना करना पड़ा। उसने एकमात्र जीत टी20 मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अक्टूबर, 2013 में दर्ज की थी। भारतीय टीम ने ये मैच 6 विकेट से जीता था। कोलकाता में 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ शिकस्त के बाद से भारत घरेलू मैदान पर 14 टेस्ट में अजेय रहा है।