अगर सबकुछ योजना के मुताबिक चला तो भारतीय क्रिकेट टीम 2019 से लेकर 2023 तक 158 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेल सकती है। नए फ्यूचर टूर प्रोग्राम के तहत जो खाका तैयार किया गया है उसमें आईपीएल की वजह से अप्रैल और मई के महीने में कोई अंतर्राष्ट्रीय मैच नहीं रखे गए हैं। इन 4 सालों के भीतर भारतीय टीम 37 टेस्ट मैच, 67 एकदिवसीय मैच और 54 टी20 मैच खेलेगी। जिनमें 85 मैच उसे घरेलू सरजमीं पर खेलने हैं जबकि 73 मैच घर के बाहर खेलने हैं। टेस्ट मैचों की अगर बात की जाए तो 19 टेस्ट मैच भारत को घरेलू मैदान पर खेलने हैं और 18 मैच घर के बाहर। वनडे मैचों में 38 भारत में और 29 विदेशों में जबकि टी20 मैचों में 28 टी20 घरेलू मैदान पर और 54 टी20 मैच विदेशी पिच पर खेलने हैं। ये भी पढ़ें: विश्व कप 2023 और चैंपियंस ट्रॉफी 2021 की मेजबानी करेगा भारत इस शेड्यूल को भारतीय क्रिकेट टीम की मंजूरी मिल गई है और सिंगापुर में आईसीसी की चीफ एग्जीक्यूटिव मीटिंग में इसको लेकर चर्चा भी की जा चुकी है। वहीं अगर पूरे शेड्यूल को देखें तो 2018 में भारतीय टीम को एक भी घरेलू श्रृंखला नहीं खेलनी है। 2018 की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका दौरे से होगी, इसके बाद इंडिपेंडेंस कप, फिर इंग्लैंड का दौरा और ऑस्ट्रेलिया का दौरा। हालांकि बीसीसीआई ने दक्षिण अफ्रीका के साथ ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले एक घरेलू श्रृंखला का प्रस्ताव रखा है। वहीं ये भी कहा जा रहा है कि 2018-19 के सीजन में ऑस्ट्रेलिया और जिम्बाब्वे के खिलाफ भी घरेलू श्रृंखला पर भी विचार किया जा रहा है। देखा जाए तो इस साल भारत ने ज्यादा घरेलू श्रृंखला ही खेली है। चैंपियंस ट्रॉफी, वेस्टइंडीज दौरा और श्रीलंका दौरे को छोड़ दिया जाए तो भारत ने घरेलू सरजमीं पर ही मैच खेले हैं। जिसमें भारतीय टीम को काफी सफलता हासिल हुई है। हालांकि आगे आने वाले दिनों में उसे विदेशी सरजमीं पर मजबूत टीमों के खिलाफ मैच खेलने हैं जो कि आसान नहीं रहने वाला है। उसकी सबसे पहली परीक्षा दक्षिण अफ्रीका दौरे से शुरु होगी जो कि 5 जनवरी से शुरु हो रही है।