दक्षिण अफ्रीका में विराट कोहली द्वारा भारतीय जमीन पर किये गए प्रदर्शन के आधार पर टीम चयन को लेकर पूर्व कप्तान सौरव् गांगुली ने सवाल खड़े किये हैं। गांगुली के अनुसार दक्षिण अफ्रीका में टीम चयन के लिए केएल राहुल और अजिंक्य रहाणे का विदेशों में प्रदर्शन भी आधार होना चाहिए। गांगुली ने पहले टेस्ट में रोहित शर्मा और शिखर धवन को खिलाये जाने को लेकर यह बातें इण्डिया टूडे से बातचीत के दौरान कही।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज शुरू होने से पहले धवन और रोहित ने शानदार फॉर्म दिखाते हुए श्रीलंका के खिलाफ जमकर रन बनाए। धवन ने 192 रन बनाए, तो रोहित ने भी दो मैचों में एक शतक और 2 अर्धशतक जमाकर विपक्षी गेंदबाजों के लिए बहुत मुश्किलें पैदा की थी। रोहित ने इस दौरान 217 रन बनाए और सिर्फ एक ही बार आउट हुए। भारत ने सीरीज में 1-0 से जीत दर्ज की थी।
जब भारतीय टीम ने श्रीलंका दौरा किया था, तब शिखर धवन ने भी 2 शतकीय पारियां खेलकर शानदार 358 रन बनाए थे। उस दौरान अजिंक्य रहाणे कुछ ख़ास नहीं कर पाए और फॉर्म को लेकर जूझते रहे। केपटाउन टेस्ट में भारत की तरफ से फॉर्म में चल रहे बल्लेबाजों को भी संघर्ष करना पड़ा था।
भारत के चोटी के सभी बल्लेबाजों ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में लगभग आत्मसमर्पण जैसा कर दिया था। हार्दिक पांड्या ने जरुर पहली पारी में 93 रनों की पारी खेली लेकिन उनके अलावा कोई भी बल्लेबाज मेजबान गेंदबाजी का सामना नहीं कर पाया और मैच में 72 रनों से शिकस्त का सामना करना पड़ा। भारतीय गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन जरुर किया। इनमें शमी, भुवनेश्वर कुमार और बुमराह ने अपना सौ फीसदी दिया लेकिन बल्लेबाजों के लचर प्रदर्शन के कारण टीम की पराजय नहीं बच पाई।
सौरव गांगुली की बात पर गौर किया जाए तो केएल राहुल ने ऑस्ट्रेलिया में और अजिंक्य रहाणे ने भी इंग्लैंड में शानदार प्रदर्शन किया है इसलिए उन्हें अंतिम 11 में होना चाहिए था।