ENGvIND: इंग्लैंड दौरे के लिए सबसे मज़बूत संभावित भारतीय टेस्ट एकादश

टीम इंडिया को कुछ महीने में बड़े इम्तेहान से गुज़रना है क्योंकि उन्हें इंग्लैंड में 5 मैचों की टेस्ट सीरीज़ खेलनी है। भारतीय टेस्ट टीम ने पिछले कुछ सालों में काफ़ी सुधार किया है। विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया ने टेस्ट रैंकिंग में टॉप पर जगह हासिल की है। हांलाकि विदेशी सरज़मी पर कोहली की टीम का प्रदर्शन उतना प्रभावशाली नहीं रहा है जितना कि एक नंबर 1 टीम से उम्मीद की जाती है। किसी भी टीम की असली अग्निपरीक्षा विदेशी मैदान पर ही होती है। भारत को हाल में ही दक्षिण अफ़्रीकी दौरे पर टेस्ट सीरीज़ में 1-2 से हार का सामना करना पड़ा है। टीम में चयन की कुछ ग़लतियां और कुछ टॉप ऑर्डर बल्लेबाज़ों की नाकामी इसकी वजह बताई जा रही है। इन सब के बावजूद अच्छी बात ये रही कि भारत ने प्रोटियास टीम के ख़िलाफ़ सीरीज़ का आख़िरी टेस्ट मैच अपने नाम किया था। अगर भारत को इंग्लैंड के ख़िलाफ़ उनके ही घर में जीत हासिल करने ही तो सही टीम का चुनाव करना होगा। इंग्लैंड दौरे के लिए एक मज़बूत टीम के लिए ये 11 खिलाड़ियों का चयन किया जाना चाहिए।

ओपनर्स केएल राहुल और मुरली विजय

जब टीम इंडिया में ओपनिंग बल्लेबाज़ी की बात की जाती है तो जेहन में शिखर धवन, केएल राहुल और मुरली विजय का नाम आता है। उम्मीद है कि प्लेइंग XI में राहुल और विजय को मौका मिल सकता है क्योंकि इंग्लैंड के हालात में वो बेहतरीन प्रदर्शन कर सकते हैं। इंग्लैंड में ओपनिंग करना आसान नहीं है, भारतीय सलामी बल्लेबाज़ों को एक मज़बूत शुरुआत देनी होगी जिस से मध्य क्रम के बल्लेबाज़ों को आसानी हो सके। मुरली विजय को इंग्लैंड में टेस्ट मैच खेलने का तजुर्बा है, जिसका फ़ायदा टीम इंडिया को मिल सकता है। केएल राहुल का अंदाज़ आक्रामक है, वो ज़रूरत पड़ने पर तेज़ खेल दिखा सकते हैं।

मिडिल ऑर्डर चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे

किसी भी टीम के लिए मिडिल ऑर्डर एक अहम अंग होता है, टॉप बल्लेबाज़ अगर नाकाम होते हैं तो टीम को संभालने की ज़िम्मेदारी मध्य क्रम के बल्लेबाज़ों के ही कंधे पर आती है। अजिंक्या रहाणे ने लॉर्ड्स के मैदान में यादगार शतक लगाया था। कोहली और पुजारा को पिछले इंग्लैंड दौरे पर घूमती गेंद खेलने में परेशानी हुई थी। कोहली और पुजारा के लिए बल्लेबाज़ी में सुधार करने का पूरा मौका है क्योंकि दोनों ही खिलाड़ी इंग्लैंड दौरे से पहले काउंटी क्रिकेट का अच्छा ख़ासा अनुभव हासिल कर लेंगे। पुजारा यॉर्कशायर टीम के लिए खेल रहे हैं, वहीं कोहली ने सर्रे टीम के साथ जून के महीने क्रिकेट खेलने का फ़ैसला किया है। उनकी कोशिश है कि इंग्लैंड के हालात में ख़ुद को ढाल लिया जाए।

विकेटकीपर और ऑलराउंडर्स – हार्दिक पांड्या और दिनेश कार्तिक

भारतीय टेस्ट टीम में हार्दिक पांड्या को शामिल करना है मुश्किल फ़ैसला हो सकता है क्योंकि इसकी वजह से टीम में एक अतिरिक्त बल्लेबाज़ को प्लेइंग XI से बाहर करना होगा। पांड्या एक बॉलिंग ऑलराउंडर हैं, लेकिन उनकी बल्लेबाज़ी का हुनर सीमित है। भारतीय टीम को उम्मीद करनी होगी कि पांड्या अपने से भी कमाल दिखाएं और टीम इंडिया को स्थिरता प्रदान करें। अगर विकेटकीपिंग की बात करें तो इस वक़्त टेस्ट के लिए दिनेश कार्तिक सबसे बेहतरीन विकल्प हैं। 32 साल के इस खिलाड़ी ने साल 2007 में इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया के लिए ओपनिंग भी की थी। चयनकर्ताओं को कार्तिक के अनुभव का फिर से इस्तेमाल करने का अच्छा मौका है।

स्पिनर रविचंद्रन अश्विन

ज़ाहिर सी बात है अगर टेस्ट टीम में स्पिनर की चर्चा होती है तो रविचंद्रन अश्विन का नाम सबसे पहले आता है। हांलाकि अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में 300 से ज़्यादा विकेट हासिल किए हैं लेकिन विदेशों में उन्हें अभी ख़ुद को साबित करना है। 31 साल के इस खिलाड़ी ने दक्षिण अफ़्रीकी दौरे के दौरान लय हासिल की है जो इंग्लैंड में भी देखने को मिल सकती है। वॉर्केस्टरशायर टीम के साथ उनका अनुभव भी टीम इंडिया के काम आ सकता है।

तेज़ गेंदबाज़ भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह और इशांत शर्मा

भारतीय टीम की पेस तिकड़ी भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह और इशांत शर्मा एक ज़बरदस्त बॉलिंग अटैक तैयार करती है। इन खिलाड़ियों की गेंदबाज़ी में विविधता देखी जा सकती है। हर गेंदबाज़ के पास अलग-अलग तरह का हुनर मौजूद है, जो कई स्तर पर विपक्षी टीम के लिए मुश्किलों का सबब बन जाता है। भुवनेश्वर कुमार की सबसे बड़ी ताक़त ये है कि वो दोनों तरह से गेंद को स्विंग करा सकते हैं, जो इंग्लैंड के हालात में फ़ायदेमंद साबित हो सकता है। इशांत शर्मा अपनी सटीक गेंदबाज़ी के लिए जाने साते हैं। उनका काउंटी में ससेक्स टीम के साथ अनुभाव टीम इंडिया के काम आ सकता है। बुमराह भारतीय पेस अटैक में सबसे नए गेंदबाज़ हैं, वो विपक्षी टीम पर दबाव बना सकते हैं। वो अपने यॉर्कर गेंद से इंग्लैंड टीम के हौंसले पस्त कर सकते हैं। लेखक- नवीण के अनुवादक- शारिक़ुल होदा