भारतीय क्रिकेट का इतिहास बदलने वाले सौरव गांगुली को दादा के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने बतौर कप्तान न सिर्फ टीम इंडिया में आत्मविशास भरा बल्कि एक बल्लेबाज के तौर पर टीम की अगुवाई भी की। एक ऐसा बल्लेबाज, जिसके पास शानदार टाइमिंग और बेहतरीन क्रिकेट की समक्ष है, सौरव गांगुली की सबसे बड़ी ताकत थी ऑफ साइड पर शानदार पकड़, और वो ऑफ साइड पर लगे फील्डर्स को भी छका देते थे। पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली स्पिन के खिलाफ गजब का प्रदर्शन करते थे और ज्यादातर स्पिन गेंदबाजों की गेंद को वो स्टैंड में पहुंचाने में कामयाब होते थे। 16 साल लम्बे करियर में, सौरव गांगुली का भारतीय क्रिकेट में सराहनीय योगदान रहा है। आंकड़ों पर नज़र डालें तो सौरव गांगुली ने 311 मैचों में 11363 रन बनाए हैं जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 183 रन रहा है। सौरव गांगुली और सचिन तेंदुलकर की ओपनिंग जोड़ी को क्रिकेट के मैदान की सुपरहिट जोड़ी कहा जाता था और गेंदबाजों पर कहर छाने के लिए ये जोड़ी किसी मिसाईल से कम नहीं थी। सौरव गांगुली ने कई युवा खिलाड़ियों के प्रदर्शन को सुधारने में अपना योगदान दिया, जिसकी वजह से आज वो युवा खिलाड़ी क्रिकेट जगत में अच्छे मुकाम पर पहुंचने में कामयाब हुए हैं।