ब्रेंडन टेलर ज़िम्बाब्वे के लिए अपना आखिरी मुक़ाबला खेल रहें थे और जब वो बल्लेबाज़ी कर रहे थे, टीम का स्कोर था 33-3। उन्होंने सीन विलियम्स के साथ मिलकर साझेदारी बनाई और भारतीय गेंदबाजों की धुनाई शुरू की। उन्होंने पारी के अंत में 138 रन बनाए और टीम का स्कोर 287 रन तक पहुंचाया। उनकी इस पारी में 15 चौके और 5 छक्के शामिल थे। टेलर ने खुद माना था कि यह पारी उनके 11 साल के करियर की शानदार पारी थी। हालांकि उनकी बेस्ट पारी एक बार फिर टीम के काम ना आई और उनके गेंदबाजों ने 287 के लक्ष्य को आसानी से चेज़ करा दिया। एक समय भारतीय टीम चेज़ करते समय , लड़खड़ा सी गई थी, लेकिन वो इसका फायदा उठाने में नाकाम रहे और धोनी और रैना ने मिलकर 196 रन की साझेदारी की और भारत को जीत दिलाई। इस मैच का परिणाम जो भी हो ब्रेंडन टेलर की यह पारी, किसी भी ज़िम्बाब्वे के खिलाड़ी द्वारा खेली शानदार पारी थी।