इंग्लैंड ने दूसरे टेस्ट के चौथे दिन शानदार बल्लेबाजी करके अंतिम दिन का खेल बेहद रोमांचक बना दिया है। भारत ने इंग्लैंड के सामने 405 रन का लक्ष्य रखा, जिसका पीछा करते हुए चौथे दिन स्टंप्स तक मेहमान टीम ने 59।2 ओवर में दो विकेट खोकर 87 रन बना लिए हैं। जो रूट 5 रन बनाकर नाबाद हैं। चौथे दिन के अंतिम सत्र में पिच पर गजब का स्पिन देखने को मिला, जिसके चलते पांचवें व अंतिम दिन के खेल में भारत जीतने की हरसंभव कोशिश करेगा जबकि इंग्लैंड की टीम ड्रॉ के लिए खेलेगी। विशाखापट्टनम टेस्ट चौथे दिन कुछ बेहद रोमांचक आंकड़े बने, चलिए गौर करते हैं : 2- ऋद्धिमान साहा ने इंग्लैंड की दूसरी पारी में दो बार LBW के असफल रीव्यू लिए। सचिन तेंदुलकर एकमात्र भारतीय खिलाड़ी हैं, जिन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 2008 में ऐसी गलती की थी। 3- जयंत यादव टेस्ट डेब्यू में 9वें या उससे निचलेक्रम पर बल्लेबाजी करते हुए 50 से अधिक रन बनाने वाले तीसरे बल्लेबाज बने। इससे पहले एल अमर सिंह और बलविंदर संधू भी एक टेस्ट में 50 से अधिक रन बना चुके हैं। 6- बार विराट कोहली ने पिछले 7 शतकों में 140 से अधिक रन की पारी खेली। उनके स्कोर इस प्रकार रहे 141, 169, 147, 103, 200, 211 और 167। उल्लेखनीय है कि वह अपने करियर के पहले सात शतकों में एक बार भी 120 के स्कोर के ऊपर नहीं बना सके। 16- बार चेतेश्वर पुजारा टेस्ट में क्लीन बोल्ड हुए। 47.6 मोइन अली अक भारत के खिलाफ गेंदबाजी स्ट्राइक रेट है। भारत में पिछले 50 वर्षों में 25 से अधिक विकेट लेने वाले स्पिनरों में उनका सर्वश्रेष्ठ स्ट्राइक रेट है। 50.2- ओवर तक एलिस्टेयर कुक और हसीब हमीद ने चौथी पारी में बल्लेबाजी की। भारतीय जमीन पर 2000 के बाद से विदेशी ओपनिंग जोड़ी में इन दोनों ने सर्वाधिक ओवर खेलने की साझेदारी निभाई। 75 रन इंग्लैंड ने चौथी पारी में बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में बनाए। जून 2001 के बाद से यह टेस्ट टीम द्वारा बनाया चौथा सबसे कम स्कोर है। दक्षिण अफ्रीका ने पिछले वर्ष भारत के खिलाफ 50 ओवर में 49 रन बनाए थे, जो रिकॉर्ड अब भी कायम है। 171- गेंदों में कुक ने अपना अर्धशतक पूरा किया। यह उनके करियर का सबसे धीमा अर्धशतक रहा। इससे पहले श्रीलंका के खिलाफ 2012 में उन्होंने 164 गेंदों में पचास रन पूरे किये थे। 248 रन विराट कोहली ने इस टेस्ट में बनाए। एक टेस्ट में कप्तान द्वारा बनाए सर्वाधिक रनों के मामले यह चौथा सर्वश्रेष्ठ स्कोर रहा। इस सूची में शीर्ष पर सुनील गावस्कर काबिज हैं, जिन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ 1978 में 289 रन बनाए थे। 2002 में तीसरे विकेट के लिए भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ शतकीय साझेदारी की थी। 2002 की सीरीज में सचिन और द्रविड़ ने हेडिंगले में 150 रन की साझेदारी की थी। अब पुजारा और कोहली ने पहली पारी में 226 रन की साझेदारी की।