ऑस्ट्रेलिया सीरीज के लिए टीम में हुआ दूसरा परिवर्तन है शमी को जगह मिलना और उन्हें इस मौके का पूरा फायदा उठाना पड़ेगा। शमी में पूरी क्षमता है कि वह खेल के तीनों प्रारूपों में टीम के प्रमुख गेंदबाज बन सकते हैं लेकिन बार-बार चोटिल होने की वजह से वो टीम में स्थायी नहीं रह पाते हैं। कोहली और टीम प्रबंधन को शमी पर हमेशा विश्वास रहा है और इस सीरीज में शमी के पास उनके विश्वास पर खड़े उतरने का सबसे बड़ा मौका भी है। शमी जहाँ नई गेंद से गति से साथ स्विंग हासिल करते हैं वही पुरानी गेंद से सटीक यॉर्कर भी मारते हैं। शमी को अच्छे प्रदर्शन के साथ ही अपने फिटनेस का भी पूरा ध्यान रखना पड़ेगा क्योंकि आने वाले समय में टीम को उनकी गेंदबाजी और अनुभव की काफी जरूरत पड़ने वाली है। लेखक- मनीष पाठक अनुवादक- ऋषिकेश सिंह