ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले 2 टेस्ट मैच के लिए भारतीय टीम का ऐलान हो गया है। जैसा कि उम्मीद थी टीम में उन्हीं खिलाड़ियों को मौका दिया जो कि अच्छे फॉर्म में चल रहे हैं। कोई हैरानी भरा चयन नहीं हुआ। लेकिन जैसा कि हर टीम चयन में होता है कि इस बार भी कुछ खिलाड़ी ऐसे थे जो कि शानदार फॉर्म में थे फिर भी उनको टीम में जगह नहीं मिली। इससे उन्हें थोड़ी निराशा जरुर हो सकती है। भारत का घरेलू क्रिकेट काफी चुनौती भरा है। यहां पर खिलाड़ी पूरी तरह परिपक्कव हो जाते हैं। लेकिन फिर भी कई बार कई खिलाड़ियों को नेशनल टीम में जगह नहीं मिलती है। इस बार भी कई ऐसे खिलाड़ी थे जिन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले 2 मैच के लिए टीम में जगह नहीं मिली। इनमें से कुछ खिलाड़ियों ने तो घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है तो कुछ सीनियर खिलाड़ी काफी समय से टीम में वापसी की उम्मीद कर रहे हैं। आइए जानते हैं उन्हीं 5 खिलाड़ियों के बारे में जिन्हें मौका नहीं मिला। 5. हरभजन सिंह हरभजन सिंह, नाम ही काफी है इस खिलाड़ी के परिचय के लिए। कभी भारतीय टीम के सबसे भरोसेमंद ऑफ स्पिनर रहे हरभजन सिंह लंबे समय से टीम से बाहर हैं, लेकिन उन्हें टीम में जगह नहीं मिल रही है। हालांकि इस सीजन उन्होंने रणजी मैच भी नहीं खेला है। हालांकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हरभजन सिंह का प्रदर्शन काफी शानदार रहा है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 18 टेस्ट मैचों में हरभजन सिंह ने 29.95 की औसत से 95 विकेट चटकाए हैं। किसी भी टीम के खिलाफ हरभजन सिंह का ये सबसे अच्छा प्रदर्शन है। इसलिए चयनकर्ता ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हरभजन सिंह के बेहतर रिकॉर्ड को देखते हुए उन्हें टीम में शामिल कर सकते थे। हरभजन सिंह काफी क्रिकेट खेल चुके हैं और उन्हें काफी अनुभव है। ऐसे में कंगारुओं के खिलाफ वो असरदार साबित हो सकते थे। 4. शाहबाज नदीम लगातार 2 सीजन से झारखंड का ये युवा स्पिनर सबसे ज्यादा विकेट लेने वाला गेंदबाज है, फिर भी नेशनल टीम के लिए उन्हें कॉल का इंतजार है। लगातार चयन ना होने से शाहबाज नदीम थोड़े बहुत निराश भी हैं और उन्होंने ये बात कबूल भी की है। पिछले सीजन में भी नदीम को मौका नहीं मिला था यहां कि रेस्ट ऑफ इंडिया की टीम में भी उन्हें जगह नहीं मिली। लेकिन रणजी सीजन में 56 विकेट निकालकर उन्होंने चयनकर्ताओं के सामने अपनी मजबूत दावेदारी रखी। फिर भी उन्हें नेशनल टीम में जगह नहीं मिली और इसकी सबसे बड़ी वजह शायद रविंद्र जडेजा के रुप में भारत के पास एक अच्छे ऑलराउंड स्पिनर का होना है। लेफ्ट ऑर्म स्पिनर जडेजा इस वक्त शानदार फॉर्म में हैं और इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी टेस्ट मैच में उन्होंने अपने करियर का सबसे अच्छा प्रदर्शन भी किया था। इन सबके बावजूद जिस तरह से शाहबाज नदीम का घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन रहा है उसको देखते हुए वो नेशनल टीम में जगह पाने के हकदार हैं। कोच अनिल कुंबले की छत्रछाया में उनकी गेंदबाजी में और निखार आएगा। 3. प्रियंक पंचाल प्रियंक पंचाल इस रणजी सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। फिर भी उन्हें भारतीय टीम में अभी तक जगह नहीं मिली है। शायद चयनकर्ता उन्हें थोड़ा और इंतजार कराना चाहते हैं। इस रणजी सीजन में गुजरात की तरफ से खेलते हुए पंचाल ने 10 मैचों 87.33 की शानदार औसत से 5 शतक लगाते हुए 1310 रन बनाए। यही वजह रही कि बांग्लादेश के खिलाफ अभ्यास मैच के लिए उन्हें इंडिया ए की टीम में चुना गया। उस मैच में भी पंचाल ने एक और शतक लगाकर अपना बेहतरीन फॉर्म जारी रखा। लेकिन जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले 2 टेस्ट के लिए टीम का ऐलान हुआ तब चयनकर्ताओं ने उनकी जगह अभिनव मुकुंद पर ज्यादा भरोसा जताया। जिस तरह की फॉर्म में प्रिंयक पंचाल इस वक्त हैं उसे देखकर तो यही लगता है कि आने वाले रणजी सीजन में भी वो धमाकेदार बल्लेबाजी करेंगे और अगर कहीं 20 फरवरी को होने वाली आईपीएल नीलामी में किसी टीम ने उन्हें खरीद लिया तो अपनी बल्लेबाजी को धार देने का उन्हें एक बड़ा मौका मिला। बहुत सारे प्लेयरों का चयन आईपीएल में किए गए प्रदर्शन के आधार पर भी होता है। 2.युजवेंद्र चहल युजवेंद्र चहल भी इस वक्त किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। आईपीएल में आरसीबी की तरफ से खेलते हुए उन्होंने शानदार गेंदबाजी की थी। इसके बाद जब उन्हें भारतीय टीम में सीमित ओवरों के खेल में चुना गया तो वहां पर भी वो सबकी उम्मीदों पर खरा उतरे। हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ खिलाफ संपन्न हुए टी-20 सीरीज में भी चहल ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया। इस वक्त वो देश के सबसे अच्छे लेग स्पिनरों में से एक माने जाते हैं। कलाइयों कि स्पिन से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को हमेशा से ही दिक्कत आती रही है। ऐसे में चहल भारत के मुख्य हथियार साबित हो सकते थे। लेकिन चयनकर्ताओं की लिस्ट में उनका नाम नहीं था। बहुत से लोगों का ये मानना है कि टी-20 क्रिकेट में प्रदर्शन के आधार पर किसी भी खिलाड़ी को टेस्ट टीम में जगह नहीं दी जा सकती है। ये बात काफी हद तक सही भी है। लेकिन अपवाद हर जगह होते हैं। चुंकि चहल ने हाल ही में संपन्न हुए सीरीज में अपने करियर का सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है ऐसे में उनका आत्मविश्वास काफी ज्यादा होगा। इसलिए वो कंगारुओं के लिए खतरनाक साबित हो सकते थे। 1.पार्थिव पटेल गुजरात के कप्तान पार्थिव पटेल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में चयन ना होने से सबसे ज्यादा निराश होंगे। इसकी वजह भी है। हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में उन्होंने काफी अच्छा प्रदर्शन किया था, वहीं गुजरात की तरफ से खेलते हुए भी उन्होंने काफी अच्छा खेल दिखाया था। पार्थिव पटेल ने 65 की औसत के साथ 195 रन बनाए, इस दौरान उन्होंने 2 अर्धशतक भी लगाया। हालांकि उनकी कीपिंग में थोड़ी बहुत दिक्कत जरुर थी। लेकिन रिद्धिमान साहा को टीम में शामिल किए जाने के बाद पार्थिव को तीसरे ओपनर के तौर पर टीम में जगह मिल सकती थी। इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में कप्तान कोहली और कोच कुंबले दोनों ने पार्थिव की जमकर तारीफ की थी। ऐसा लगा था कि उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में भी मौका दिया जाएगा। लेकिन पहले 2 टेस्ट के लिए जब टीम का ऐलान हुआ तो उसमें पार्थिव का नाम नहीं था। लेखक-मनीष पाठक अनुवादक-सावन गुप्ता