युजवेंद्र चहल भी इस वक्त किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। आईपीएल में आरसीबी की तरफ से खेलते हुए उन्होंने शानदार गेंदबाजी की थी। इसके बाद जब उन्हें भारतीय टीम में सीमित ओवरों के खेल में चुना गया तो वहां पर भी वो सबकी उम्मीदों पर खरा उतरे। हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ खिलाफ संपन्न हुए टी-20 सीरीज में भी चहल ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया। इस वक्त वो देश के सबसे अच्छे लेग स्पिनरों में से एक माने जाते हैं। कलाइयों कि स्पिन से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को हमेशा से ही दिक्कत आती रही है। ऐसे में चहल भारत के मुख्य हथियार साबित हो सकते थे। लेकिन चयनकर्ताओं की लिस्ट में उनका नाम नहीं था। बहुत से लोगों का ये मानना है कि टी-20 क्रिकेट में प्रदर्शन के आधार पर किसी भी खिलाड़ी को टेस्ट टीम में जगह नहीं दी जा सकती है। ये बात काफी हद तक सही भी है। लेकिन अपवाद हर जगह होते हैं। चुंकि चहल ने हाल ही में संपन्न हुए सीरीज में अपने करियर का सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है ऐसे में उनका आत्मविश्वास काफी ज्यादा होगा। इसलिए वो कंगारुओं के लिए खतरनाक साबित हो सकते थे।