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टेस्ट में अजिंक्य रहाणे का प्रदर्शन निरंतर अच्छा रहा है। रहाणे ने दुनिया के सभी कोने में शतकीय पारियां खेली है। उनकी प्रतिभा पर कभी कोई सवाल नहीं उठा पाया है। लेकिन चोटिल होने की वजह से वह टीम से जब बाहर हुए तो करुण नायर ने उनकी जगह पर टीम में मिले मौके पर तिहरा शतक ठोंक दिया। जिसके बाद मीडिया में नायर को मौका देने की आवाज उठने लगी। लेकिन कुंबले रहाणे के साथ खड़े रहे। रहाणे ने भी टीम प्रबंधन को सही साबित करते हुए चेतेश्वर पुजारा के साथ शानदार साझेदारी की। इस दौरान उन्होंने मैच को बदलने वाली अर्धशतकीय पारी खेली। इस साझेदारी को देखकर लोगों एकबारगी 2001 में हुए कोलकाता टेस्ट की लक्ष्मण और द्रविड़ की यादगार साझेदारी याद आ गयी।
Edited by Staff Editor