भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा टेस्ट रांची में चल रहा है, यह पहले दो टेस्ट मैचों की तरह उत्तेजित करने वाला न हो लेकिन मैदान पर खिलाड़ियों के बीच प्रतिक्रियाएं देखने में कोई कमी नहीं रही है। इस दौरान मैदानी अम्पायर क्रिस गाफने भी चौथे दिन के पहले सत्र में अनोखे रंग में नजर आए। जब ऋद्धिमान साहा और चेतेश्वर पुजारा भारतीय पारी को आगे बढ़ा रहे थे, तब विपक्षी गेंदबाज जोश हेजलवुड और पैट कमिंस ने बाउंसरों से उनकी परीक्षा लेना शुरू कर दिया। दोनों बल्लेबाज अच्छी तरह खेलते हुए रन बना रहे थे। मैच के 140वें ओवर में हेजलवुड ने पुजारा को बाउंसर फेंकी, जिसे उन्होंने हुक करने का प्रयास किया लेकिन चूक गए और गेंद कीपर ने पकड़ ली। गेंद पुजारा के बल्ले के थोड़ा ऊपर से गुजर गई। इस दौरान ऑस्ट्रेलिया की ओर से हल्की सी अपील किसी फील्डर की तरफ से हुई तब क्रिस गाफने ने अपनी उंगली ऊपर उठा दी। जब अम्पायर को लगा कि उन्होंने गलत कर दिया है तो तुरंत अपनी उंगली को वे अपनी हैट पर रगड़ने लगे और ऐसा दर्शाया मानो उन्होंने उंगली अपने सिर पर खुजली के लिए ही उठाई थी। वे बल्लेबाज पुजारा को आउट देना चाहते थे लेकिन कंगारुओं की ओर से कोई हलचल नहीं देखकर तुरंत अपना निर्णय बदल दिया। चेतेश्वर पुजारा को अम्पायर द्वारा आउट देकर निर्णय वापस लेने का वीडियो यहां देखें:
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, शनिवार को श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच कोलम्बो में चल रहे टेस्ट मैच में भी कुछ इसी तरह हुआ। टेस्ट मैच के चौथे दिन की अंतिम गेंद पर अम्पायर अलीम डार ने सुरंगा लकमल के मामले में भी ऐसा किया। उन्होंने अपना सिर हिलाकर बल्लेबाज को आउट देकर निर्णय वापस बदल दिया, इसके बाद मेहमान टीम ने डीआरएस लिया, जिसमें लकमल को नॉटआउट करार दिया गया। अम्पायर द्वारा पुजारा के मामले में ऐसा करने के कुछ समय पहले ही ऋद्धिमान साहा एक डीआरएस से बचे थे। दिन के दूसरे ओवर में उन्हें एलबीडब्ल्यू दिया गया था लेकिन फैसले को रिव्यू करने पर गेंद का लेग स्टम्प से बाहर जाना पाया गया और वे नॉटआउट करार दिए गए।