भारतीय कप्तान विराट कोहली ने चार मैचों की टेस्ट सीरीज के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कड़ा बयान दिया कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के साथ उनकी दोस्ती ख़त्म हो गई है, इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने दाएं हाथ के बल्लेबाज पर निशाना साधा है। कोहली के कड़े बयान के बाद ऑस्ट्रेलियाई मीडिया फिर भड़क गई। ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने हार नहीं मानी और करारे शब्दों में विराट कोहली को घेरा। आइये जानते हैं कि अलग-अलग ऑस्ट्रेलियाई अख़बारों में विराट कोहली के बारे में क्या-क्या सुर्खियां बनाई गई : सिडनी के डेली टेलीग्राफ ने हैडिंग दी - 'विराट कोहली सीरीज जीत के बाद हाथ मिलाकर आगे बढ़े, लेकिन उनका बर्ताव बचकाना था।' इसी आर्टिकल में उन्हें इगोमेनियाक यानी अहंकारी करार दिया। एक और हैडिंग दी गई - 'बियरगेट: कोहली का ताजा क्लासलेस एक्ट।' हेराल्ड सन ने कहा - 'विराट कोहली ने यह सब सॉरी कहने के लिए किया। स्टीव स्मिथ ने वो किया।' द ऑस्ट्रेलियन ने बताया- 'भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ख़राब खेल भावना के साथ मुकाबला होने का संदेह हो तो सीरीज के बाद पुष्टि होना चाहिए कि घरेलू टीम ने सलाह मानकर दूसरी टीम के साथ ड्रिंक पी।' भारतीय कप्तान विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैचों की सीरीज संपन्न होने के बाद कड़ा बयान दिया, जिसके बाद मेहमान टीम पूरी तरह हिल गई। यह बयान विराट का तब आया जब ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीवन स्मिथ ने दोनों टीमों के बीच शांति बनाए रखने के इरादे से अपने बर्ताव के लिए माफ़ी मांगी थी। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने कहा था, 'मैं पूरी सीरीज के दौरान काफी तीव्र रहा। मैं टीम के लिए काफी बेहतर प्रदर्शन करना चाह रहा था। कई बार मैं अपनी धुन में रहा और भावनाओं को व्यक्त कर गया। मैं उसके लिए माफ़ी मांगता हूं।' सीरीज के बाद प्रेस कांफ्रेंस में बड़े बयानों के बाद में मामले का बढ़ना तय था। क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू ने अपने ट्विटर चैनल पर कोहली का वीडियो स्मिथ के माफ़ी वाले वीडियो के बाद हाईलाइट किया। हालांकि, भारतीय कप्तान ऑस्ट्रेलियाई मीडिया की आलोचना सहने से अनजान नहीं रहे। पूरी सीरीज के दौरान उन्होंने 28 वर्षीय कोहली को बांधे रखने की पूरी कोशिश की। जहां उन्होंने विराट की तुलना डोनाल्ड ट्रम्प से की, वहीं फॉक्स स्पोर्ट्स द्वारा चलाए 'वेटल ऑफ़ द वीक' कांटेस्ट में ट्रम्प से की तुलना की धज्जियां उड़ाई गई। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मौजूदा टेस्ट सीरीज में काफी लड़ाई और खिलाड़ियों के बीच बयानबाजी ने सुर्खियां बंटोरी, लेकिन क्रिकेट फैंस को यह नहीं भूलना चाहिए कि उन्हें शानदार क्रिकेट देखने को मिली और हर बार ऐसा गलती मैदान पर नहीं होगी।