भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीम 16 मार्च से शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट की तैयारी में जुटी हुई हैं। चार मैचों की टेस्ट सीरीज में फ़िलहाल दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर है। पुणे में संपन्न पहले टेस्ट को ऑस्ट्रेलिया ने 333 रन के विशाल अंतर से जीता वहीं भारत ने जोरदार वापसी करते हुए बैंगलोर टेस्ट जीतकर सीरीज बराबर की। बहरहाल, रिपोर्ट्स के मुताबिक रांची में तेज गेंदबाजों को किसी प्रकार की मदद मिलने की संभावना नहीं है। बताया जा रहा है कि रांची में पहले ही ओवर से स्पिनरों को मदद मिलने की गुंजाइश है। यह भी खुलासा हुआ है किपूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने पिच पर बहुत काम किया है और इससे मेजबान टीम को मुनाफा मिलने की पूरी उम्मीद है। भारतीय टीम को पिच से मदद मिले, इसको ध्यान में रखते हुए धोनी आमतौर पर स्टेडियम में पिच की तैयारियों का जायजा लेने जाते थे। वह दिल्ली में विजय हजारे ट्रॉफी का मैच खेलने जाने से पहले भी पिच पर बारीकी से ध्यान रखे हुए थे।
दुर्भाग्यवश घरेलू फैंस अपने स्टार खिलाड़ी की झलक मैदान में नहीं देख सकेंगे क्योंकि धोनी अपनी राज्य टीम के साथ विजय हजारे ट्रॉफी नॉकआउट टूर्नामेंट खेलने में व्यस्त रहेंगे। यह भी पढ़ें : INDvAUS : एमएस धोनी कर रहे हैं तीसरे टेस्ट के लिए पिच तैयार! पिछले सप्ताह जेएससीए सचिव देबाशीष चक्रबर्ती ने पुष्टि की थी कि धोनी पिच को लेकर काफी सजग है और तैयारियों का जायजा लेने के लिए अधिकांश मैदान का दौरा कर रहे हैं। चक्रबर्ती ने साथ ही कहा कि धोनी लगातार पिच की जानकारी रखने के लिए क्यूरेटर और ग्राउंड्समैन से संपर्क बनाए हुए हैं। पिच क्यूरेटर एसबी सिंह ने कहा कि उन्होंने टेस्ट के लिए तीन पिच तैयार की है और मैच उस पिच पर खेला जाएगा, जिसे भारतीय टीम प्रबंधन चुनेगा। उनके मुताबिक, तीन में से एक पिच हरी घास वाली है जबकि दो अन्य पिच पर बिलकुल घास नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि टीम प्रबंधन ने तीसरी पिच का चयन किया है, जिसमें पहले ओवर से स्पिनरों को मदद मिलेगी। विकेट में उछाल नहीं रहेगा, जो ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के लिए चिंता का विषय जरुर होगा।