भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर सीरीज का अंतिम टेस्ट समाप्ति की ओर है। ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में भारतीय टीम ने महज 137 रनों पर समेट दिया, जिसमें सभी गेंदबाजों का शानदार योगदान रहा। चाय से पहले जहां ऑस्ट्रेलिया के पांच विकेट गिरे, वहीं अंतिम सत्र में उनके बचे हुए पांच विकेट भी गिर गए और भारत को 105 रनों का मामूली लक्ष्य मिला। उमेश यादव ने डेविड वॉर्नर को चौथे ओवर में ही वापस पवेलियन भेज दिया, तो स्मिथ ने कुछ देर मैदान पर बिताकर लड़ने की कोशिश की। लेकिन उन्हें भुवनेश्वर ने तथा रेनशॉ को उमेश ने पवेलियन भेजकर ऑस्ट्रेलिया को पूरी तरह मैच में पछाड़ दिया। मध्यक्रम के युवा बल्लेबाज पीटर हैंड्सकॉम्ब ने ग्लेन मैक्सवेल के साथ मिलकर मैदान पर पांव जमाए और 56 रनों की साझेदारी करते हुए टीम को आगे ले जाने लगे। इस दौरान हैंड्सकॉम्ब काफी खतरनाक नजर आ रहे थे और भारतीय गेंदबाजों पर काउंटर अटैक कर रहे थे। उनके इस अभियान को भारत के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने एक जबरदस्त और अद्भुत कैच लेकर रोका। रहाणे ने अश्विन की गेंद पर हैंड्सकॉम्ब को लपका। सभी इस कैच पर रहाणे की तारीफ करते नहीं थके।
अश्विन के इस विकेट के बाद जडेजा भी अपने रंग में नजर आए और ऑस्ट्रेलियन बल्लेबाज शॉन मार्श को एक उछाल लेती हुई गेंद पर शॉर्ट लेग पर कैच कराकर ऑस्ट्रेलिया को मैच से बेहद दूर ले जाने का रास्ता साफ कर दिया। इससे पहले आज जडेजा ने मेहमान गेंदबाजों को जमकर धोया और अपने गगनचुम्बी शॉट्स लगाए तथा अर्धशतक जमाया। उनकी इस महत्वपूर्ण पारी की बदौलत ही भारत को ऑस्ट्रेलिया पर पहली पारी के आधार पर 32 रनों की महत्वपूर्ण बढ़त दिलाई और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतने की ओर तेजी से कदम बढाए। भारत की ओर से लगभग सभी गेंदबाजों की अच्छी गेंदों पर फील्डरों ने सहयोग दिया, यही कारण था कि ऑस्ट्रेलिया को दूसरी पारी में जल्दी आउट होने में समय नहीं लगा।