पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने कहा कि विराट कोहली को हाल ही में ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथ मैदान में हुए विवादों को भूल जाना चाहिए और साथ ही कहा कि मेहमान टीम इसी अंदाज में लंबे समय से इसी प्रकार का क्रिकेट खेलती आई है। हालांकि, पूर्व दिग्गज बाएं हाथ के बल्लेबाज ने ऑस्ट्रेलियाई मीडिया और पूर्व खिलाड़ियों पर गुस्सा फोड़ते हुए कहा कि कोहली को स्लेजिंग करना सही नहीं था। गांगुली के हवाले से इंडिया टुडे ने कहा, 'मुझे भरोसा है कि वह (विराट) समय के साथ ठीक हो जाएंगे। उन्हें ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के साथ मैदान में हुई स्लेजिंग को भूल जाना चाहिए। वह प्रतिस्पर्धा थी। मगर मीडिया और पूर्व खिलाड़ियों ने भारतीय कप्तान पर जिस तरह स्लेजिंग की, वह सही नहीं था। यह उनकी जिम्मेदारी नहीं थी।' उन्होंने आगे कहा, 'मैं इसे ख़राब खून करार नहीं दूंगा। मैं कहूंगा कि वह प्रतिस्पर्धा थी। विराट और स्मिथ दोनों ही खुश होंगे कि अच्छा शो प्रस्तुत किया। दोनों ही खिलाड़ियों व बोर्ड को इससे उबरना चाहिए।' यह भी पढ़ें : विराट कोहली का बर्ताव बचकाना है : ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ऑस्ट्रेलिया जब भारत में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी खेलने आई तब से मैदान के बाद के कई मामले उजागर हुए। इन सबकी शुरुआत तब हुई जब ऑस्ट्रेलियाई ऑफ़स्पिनर नाथन लायन ने कोहली को सर का सांप करार दिया। बैंगलोर में जीत के बाद विराट ने पलटवार करते हुए कहा कि मेहमान टीम का ध्यान सर पर लगा था जबकि मेजबान टीम का ध्यान अलग-अलग हिस्सों पर था। इसी मैच में DRS विवाद भी उजागर हुआ जब स्टीव स्मिथ ने ड्रेसिंग रूम की तरफ इशारा करके फैसला लेने की मदद मांगी। कोहली ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में विरोधी कप्तान पर कड़ा बयान दिया और साथ ही कहा कि मेजबान टीम कभी भी DRS लेने के लिए ड्रेसिंग रूम की तरफ ध्यान नहीं देती। इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने कोहली की तुलना डोनाल्ड ट्रम्प से की जबकि स्मिथ ने मुरली विजय को चीट कहा। हालांकि, यहां विवादों का अंत नहीं हुआ। भारत की धर्मशाला टेस्ट में जीत के बाद मिचेल जॉनसन ने ट्वीट करके कहा कि मेजबान टीम को कोहली के बजाय अजिंक्य रहाणे को टेस्ट कप्तान बनाना चाहिए। भले ही स्टीव स्मिथ ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में माफ़ी मांगते हुए कहा कि कई बार वह सीमाओं को लांघ गए। कोहली उन्हें आसानी से माफ़ करने के मूड में नजर नहीं आए। भारतीय कप्तान ने धर्मशाला टेस्ट के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी अब कभी भी उनके दोस्त नहीं बन सकते। मगर गांगुली का मानना है कि कोहली को अब बीती बातों को भूल जाना चाहिए क्योंकि स्टीव वॉ के ज़माने से ऑस्ट्रेलिया की टीम इसी प्रकार का क्रिकेट खेलती आई है।