पहले तीन वनडे में शानदार जीत, लगातार 9 वनडे मैचों में रिकॉर्ड की बराबरी, लेकिन बैंगलोर में महेंद्र सिंह धोनी का रिकॉर्ड तोड़ एक नया कीर्तिमान स्थापित करने से चूकने वाली विराट कोहली की टीम इंडिया अब आ पहुंची है नागपुर। काग़ज़ पर तो ये भी एक डेड रबर मुक़ाबला ही है, जहां टीम इंडिया 5 मैचों की सीरीज़ 3-1 से अपने नाम कर चुकी है। तो कंगारुओं के पास भी अब हारने के लिए कुछ बचा नहीं है, पर एक चीज़ है जो दोनों ही टीमों को और उनके फ़ैन्स को इस मैच से जोड़े रखेगी। भारत के लिए जहां आईसीसी रैंकिंग में नंबर वन के ताज को फिर से पाने के लिए आख़िरी वनडे जीतना बेहद ज़रूरी है तो ऑस्ट्रेलिया चाहेगा कि जीत के साथ सीरीज़ ख़त्म की जाए ताकि ऊंचा मनोबल लिए 3 मैचों की टी20 सीरीज़ में नई शुरुआत की जाए। नंबर-4 पर मंथन जारी भारतीय क्रिकेट टीम ने पिछले मैच में तीन बदलाव किए थे, उम्मीद है कि इस मैच में भी बदलाव जारी रहेगा। अब तक सीरीज़ में एक भी मैच न खेलने वाले के एल राहुल को आख़िरी वनडे में मौक़ा मिल सकता है, तो अक्षर पटेल की जगह कुलदीप यादव भी आ सकते हैं। कोहली और शास्त्री के लिए अभी भी नंबर-4 पर मंथन जारी है। पिछले दो मैचों से नंबर-4 पर हार्दिक पांड्या आ तो रहे हैं और उन्होंने दोनों ही बार अच्छा प्रदर्शन भी किया है। लेकिन जानकारों की मानें तो चौथे नंबर पर पांड्या फ़िट नहीं बैठते बल्कि उनके लिए नंबर-7 ज़्यादा सही है, जहां से वह आते ही खुलकर शॉट्स खेल सकते हैं और फ़िनिशर की भूमिका निभा सकते हैं। ऐसे में नंबर-4 पर महेंद्र सिंह धोनी, के एल राहुल, मनीष पांडे और केदार जाधव में से किसी एक को उम्मीद है कि कोहली आख़िरी वनडे में आज़माना चाहेंगे। पेस बैट्री पर कसना होगा नकेल ऑस्ट्रेलिया के लिए इस सीरीज़ में अभी तक अगर कुछ सकारात्मक रहा है तो वह है उनकी पेस बैट्री, जिसे आगे से लीड कर रहे हैं नाथन कुल्टर नाइल और उनका अच्छा साथ दिया है केन रिचर्डसन ने। तो वहीं पैट कमिंस भी अच्छी लय में नज़र आ रहे हैं, ऐसे में भारतीय बल्लेबाज़ों को एक बार फिर कंगारुओं की पेस बैट्री से होशियार रहना होगा। पिच का पेंच हालांकि नागपुर की पिच ने अचानक से अपना रंग बदल लिया है, कभी हाई स्कोरिंग वाले जामथा के विदर्भ क्रिकेट एसोशिएसन पर पिछले 4 टी20 मुक़ाबले हुए हैं और सभी के सभी लो स्कोरिंग रहे हैं। जहां स्पिनर्स को ख़ूब मदद मिली है, वर्ल्ड टी20 में तो न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ टीम इंडिया 100 का आंकड़ा भी नहीं छू पाई थी। लेकिन पिच क्यूरेटर के मुताबिक़ अब पिच पूरी तरह से बदल दी गई है और उम्मीद है कि यहां एक अच्छा मुक़ाबला देखने को मिलेगा। वैसे वनडे में महेंद्र सिंह धोनी के लिए ये मैदान काफ़ी शानदार रहा है, अपने वनडे इतिहास के 10 में से 2 शतक माही ने इसी मैदान पर लगाए हैं। जिसमें से एक (124) 2009 में ऑस्ट्रेलिया के ही ख़िलाफ़ धोनी ने बनाए थे तो दूसरा शतक (107) उनके बल्ले से श्रीलंका के ख़िलाफ़ 2010 में आया था। मौसम का मिज़ाज भारत में इस समय मॉनसून ज़ोरों पर है, कोलकाता हो या बैंगलोर दोनों ही जगह सभी की नज़रें आसमान पर थीं। हालांकि बारिश ने ख़लल ज़रूर डाला लेकिन अब तक इस सीरीज़ में किसी भी मैच पर मौसम की मार नहीं पड़ी है। नागपुर में भी कुछ ऐसी ही संभावना है, रविवार को मौसम पूरी तरह से साफ़ रहेगा और हल्के बादल छाए रहेंगे यानी क्रिकेट के लिए माक़ूल माहौल रहेगा। अब देखना है कि इस मैदान पर टीम इंडिया सीरीज़ का ख़ात्मा किस तरह करती है, क्योंकि स्टीव स्मिथ और विराट कोहली दोनों ही चाहेंगे कि अब तक जो हुआ वह इतिहास है और अब जो होगा वही असली इम्तिहान है, क्योंकि अंत भला तो सब भला।