2007 में विश्व टी20 जीत से छह साल बाद 2013 चैंपियंस ट्रॉफी की सफलता तक दिनेश कार्तिक ने यह सब देखा है। कार्तिक भारत और विदेशों में दोनों में टीम की कई यादगार जीत का हिस्सा रहे हैं। हालांकि, भारत में खेलने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज में वह बेहद दुर्भाग्यशाली रहे कि उनके कैरियर के साथ एमएस धोनी का कार्यकाल साथ रहा। जिसके कारण उन्हें उतना मौका नहीं मिल पाया जिसके वो हकदार थे। उन्होंने भारत के लिए 100 से अधिक अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं, लेकिन किसी भी प्रारूप में 30 से अधिक की औसत से रन नहीं बना पाये हैं। आईपीएल के इस अनुभवी खिलाड़ी ने कई टीमों के लिए खेला है, अगर कार्तिक अपनी अनिश्चितता को एक निरंतरता में बदलने में कामयाब होते हैं, तो वह टीम में खुद के लिए जगह बना सकते है।