हरभजन सिंह ने गुलाबी गेंद से कोलकाता में भारत-बांग्लादेश के बीच होने वाले टेस्ट मैच को लेकर एक अहम बात कही है। भज्जी ने कहा कि इस गेंद से उँगलियों के स्पिनरों की तुलना में कलाई वाले स्पिनरों को ज्यादा मदद मिलेगी। पिंक बॉल में सीम काले धागे से बनी हुई होती है और इसे पढ़ना बल्लेबाज के लिए मुश्किल कार्य हो जाता है।
एक रिपोर्ट के अनुसार भज्जी ने कहा कि भारतीय टीम डे-नाइट टेस्ट मैच में फायदे में रहेगी। उनके पास कलाई वाले स्पिनर हैं। पिंक बॉल की सीम बल्लेबाजों को पढ़ने में मुश्किल पैदा कर सकती है। भारतीय टीम के पास कुलदीप यादव के रूप में ऐसा स्पिनर है। साथ ही उन्होंने कहा कि यह टीम चयन पर निर्भर करता है कि किसे मौका दिया जाएगा और कौन बाहर बैठेगा। उन्होंने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
यह भी पढ़ें:पिंक बॉल से होने वाले डे-नाइट टेस्ट के चार दिन के सभी टिकट बिके- रिपोर्ट
गौरतलब है कि कुलदीप यादव को पिंक बॉल से रात्रि में खेलने का अनुभव भी है। 2016 के दिलीप ट्रॉफी टूर्नामेंट में कुलदीप को तीन मुकाबलों में 17 विकेट हासिल हुए थे। इस लिहाज से देखा जाए तो उन्हें टीम में शामिल किया जाना चाहिए। ऐसा होने की स्थिति में उमेश, इशांत और शमी में से किसी एक को अंतिम ग्यारह से बाहर बैठना पड़ सकता है।
डे-नाइट टेस्ट मैच का अनुभव भारतीय टीम के पास नहीं है। उन्हें अंतिम ग्यारह के लिए एक समन्वय स्थापित करने की जरूरत होगी। टीम मैनेजमेंट को एक सही और संतुलित टीम में लिए थोड़ा कार्य करने की जरूरत रहेगी। देखना होगा कि भारतीय क्रिकेट इतिहास के इस ऐतिहासिक टेस्ट मुकाबले में किन ग्यारह खिलाड़ियों को मौका मिलेगा। उनका नाम इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज हो जाएगा।
Hindi Cricket News, सभी मैच के क्रिकेट स्कोर, लाइव अपडेट, हाइलाइट्स और न्यूज़ स्पोर्ट्सकीड़ा पर पाएं।