कर्नाटक के इस युवा बल्लेबाज के लिए पिछला सीजन काफी अच्छा रहा था। जब वो तीनों फॉर्मेट में शतक लगाने वाले तीसरे भारतीय खिलाड़ी बने थे। जिसके बाद से के एल राहुल से उम्मीदें काफी ज्यादा बढ़ गई थी।
इंग्लैंज के खिलाफ वनडे सीरीज में लोकेश राहुल ने भी निराश किया। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ तीनों वनडे मैचों में शुरुआत में कुछ अच्छे शाट्स जरूर लगाए लेकिन इसके बाद वो जल्द ही अपना विकेट इंग्लैंड के गेंदबाजों को तोहफे के रूप में देते चले गए।
के एल राहुल में टैलेंट की कोई कमी नहीं है पर उन्हें सिर्फ अपने टेंमरामेंट पर काम करना होगा। हालांकि वनडे सीरीज में खराब प्रदर्शन के बाद भी सलेक्टर्स और टीम मैनेजमेंट ने उनपर काफी भरोसा दिखाया है। जिससे इस युवा बल्लेबाज का आत्मविश्वास बढ़ेगा और वो आगे आने वाले मैचों में फिर से लय में लौटने में उनकी मदद करेगा।