2016 में भारत और इंग्लैंड के लिए सबसे बड़ी चुनौती दोनों देशों के बीच 9 नवंबर से शुरु हो रही 5 मैच की टेस्ट सीरीज़ होगी। जहां इंडिया इस सीरीज़ में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 3-0 की जीत के साथ जा रही है वहीं इंग्लैंड दूसरी ओर बांग्लादेश से दूसरे टेस्ट में 108 रन से हारकर और 2 टेस्ट की सीरीज़ 1-1 से बराबर करके आई है। इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों को बांग्लादेश के खिलाफ काफी बुर दौर से गुजरना पड़ा और भारत के खिलाफ सीरीज़ के दौरान भी उन्हें अश्विन एंड कंपनी के सामने काफी मुश्किलें पेश आएंगी। कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया बिलकुल अलग टीम है और कप्तान कोहली पिछली बार के इंग्लैंड के भारत दौरे को भुलाना चाहेंगे। इंग्लैंड की टीम इस बार कमज़ोर आंकी जा रही है लेकिन भारतीय टीम मैनेजमेंट उन्हें कमज़ोर आंकने की गलती नहीं करेगा। और भारतीय टीम को इंग्लैंड के कुछ खिलाड़ियों से सावधान रहना होगा । चलिए नजर डालते हैं जो भारत के लिए खतरा बन सकते हैं। #1 मोइन अली जब भारतीय टीम ने 2014 में टेस्ट सीरीज़ के लिए इंग्लैंड का दौरा किया था तो धोनी की टीम ने पार्ट टाइम ऑफ स्पिनर मोइन अली को कमज़ोर आंकने की बड़ी गलती की । तब भारत के खिलाफ शानदार प्रदर्शन के बाद से अली इंग्लैंड की टीम की बॉलिंग का अहम हिस्सा बन गए हैं। अली की गेंदबाज़ी में काफी सुधार आया है और इस वक्त वो अच्छे स्पिनर्स में से एक हैं। इंग्लैंड शायद सीरीज़ में दो स्पिनर्स और ऑलराउंडर अली के साथ उतरें लेकिन अली बाकी दोनों स्पिनर्स की तुलना में भारत के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकते हैं। अली हवा में तेज़ गेंद डालते हैं जिससे उन्हें विकेट से उछाल लेने में मदद मिलती है। क्योंकि भारतीय पिचे स्पिनर्स के लिए मददगार हैं इसलिए मोइन अली खतरनाक साबित हो सकते हैं। गेंद के साथ साथ अली लोवर ऑर्डर में बल्ले से भी कमाल कर सकते हैं। #2 बेन स्टोक्स बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट से पहले इंग्लैंड के कोच ट्रेवर बेलिस ने कहा था "बेन स्टोक्स में दुनिया के बेहरतीन ऑलराउंडर बनने की क्षमता है"। अपने छोटे से करियर में स्टोक्स ने दर्शाया है कि वो क्या कर सकते हैं। स्टोक्स इस दौर के ऐसे चुनिंदा ऑलराउंडर्स में से हैं जो गेंद और बल्ले के साथ बराबर योगदान दे सकते हैं। स्टोक्स आक्रामक बल्लेबाज़ी से खुद के दम पर मैच पलटने का दम रखते हैं। मैच की स्थिति जैसी भी हो लेकिन स्टोक्स शुरुआत से गेंदबाज़ों पर हावी होकर दबाव बनाना चाहते हैं। गेंद से भी स्टोक्स के पास लगातार अंतराल में विकेट लेने की काबिलियत है और वो पुरानी गेंद से रिवर्स स्विंग भी करा सकते हैं। इस खिलाड़ी पर काफी सवाल थे कि क्या ये सबकॉन्टीनेंट के अनुसार ढ़ल पाएगा लेकिन इस इंग्लिश खिलाड़ी ने अपने आलोचकों को करारा जवाब देते हुए बांग्लादेश के खिलाफ गेंद और बल्ले दोनों से कमाल दिखाया। #3 जॉनी बैर्स्टो जब बैर्स्टो को जोस बटलर की जगह बतौर विकेटकीपर टीम में शामिल किया गया तो काफी लोगो ने सवाल उठाए । लेकिन यॉर्कशायर के इस खिलाड़ी ने अपना चयन सही साबित करते हुए पिछले एक साल में रनों का अंबार लगा दिया। बैर्स्टो इस सीरीज़ में शानदार फॉर्म के साथ आ रहे हैं और उन्होंने 2016 में टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाए हैं। बांग्लादेश के स्पिनर्स के खिलाफ अच्छी बल्लेबाज़ी करने के बावजूद उनका टर्निंग ट्रैक्स पर असल टेस्ट होना बाकी है। लेकिन बैर्स्टो को कम आंकना बड़ी भूल साबित हो सकती है। जिस तरह की फॉर्म से बैर्स्टो गुजर रहे हैं अश्विन और जडेजा के लिए भी उन्हें आउट करना इतना आसान नहीं होगा। इंग्लैंड टीम मैनेजमेंट भी बैर्स्टो से अपनी फॉर्म जारी रखते हुए एक और सीरीज़ जीत की उम्मीद कर रहा होगा। #4 एलिस्टेयर कुक ये एक जाना माना तथ्य है कि एलिस्टेयर कुक भारतीय पिचों पर रन बनाना काफी पसंद करते हैं। आखिरी बार जब इंग्लैंड की टीम भारत दौरे पर आई थी तो वो सीरीज़ 2-1 से जीतकर इतिहास रच कर गई थी और कुक सीरीज़ के स्टार परफॉरमर थे और उन्होंने 4 मुकाबलों में 80.28 की लाजवाब औसत से 562 रन बनाए थे। हालांकि इस 5 मैच के सीरीज़ के लिए आए कुक अभी खराब फॉर्म से गुजर रहे हैं और बांग्लादेश के खिलाफ संघर्ष करते दिखे। हालांकि दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में कुक की 59 रनों की पारी ने उन्हें भारत दौरे पर फॉर्म हासिल करने का आत्मविश्वास दिया होगा। कुक की जिस तरह की छवि है, कोहली की टीम कभी भी इस खिलाड़ी को हल्के में लेने की भूल नहीं करेंगे क्योंकि दिग्गज खिलाड़ियों को फॉर्म हासिल करने के लिए सिर्फ एक पारी की जरूरत होती है। #5 जो रूट जैसे भारत के लिए विराट कोहली हैं वैसे ही कुक इंग्लैंड के लिए जो रूट हैं । कोहली की ही तरह रूट ने भी विश्व क्रिकेट में अपनी छवि स्थिपित कर चुके हैं , लेकिन उनकी स्पिन खेलने की क्षमता पर अभी भी संदेह की घेरे में है। बांग्लादेश के दौरे से पहले अपने पूरे टेस्ट करियर में रूट ने सब कॉन्टीनेंट में सिर्फ एक ही टेस्ट खेला है । बांग्लादेश के खिलाफ दो टेस्ट में रूट ने कुछ अच्छी पारियां जरूर खेली लेकिन स्पिनर्स के खिलाफ कुक ज्यादा कंफर्ट में नहीं दिखे। जो रूट के लिए ये सीरीज़ काफी बड़ी है जो ये साफ करेगी की असल में रूट भी कोहली और विलियमसन की श्रेणी में शुमार होते हैं या नहीं ?